भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से उन 10 व्यक्तियों के बैंक अकाउंट के बारे में सरकार को डीटेल्स देने को कहा, जिन्हें इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकवादी घोषित किया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 4 अक्टूबर को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत हिजबुल मुजाहिदीन (HM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के कुल 10 सदस्यों को आतंकवादी घोषित किया था.

आतंकवादी घोषित किए गए लोगों की लिस्ट

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- हबीबुल्लाह मलिक उर्फ ​​साजिद जट्ट (एक पाकिस्तानी नागरिक), 

- बासित अहमद रेशी (जम्मू-कश्मीर के बारामूला का निवासी और इस समय पाकिस्तान में है), 

- इम्तियाज अहमद कंडू उर्फ ​​सज्जाद, (जम्मू-कश्मीर के सोपोर का निवासी और इस समय पाकिस्तान में है),

- जफर इकबाल उर्फ ​​सलीम (पुंछ का निवासी और इस समय पाकिस्तान में है) 

- शेख जमील-उर-रहमान उर्फ ​​शेख साहब (पुलवामा का निवासी)

अन्य लोगों में पाकिस्तान में रह रहा श्रीनगर का बिलाल अहमद बेग उर्फ बाबर, पुंछ का रफीक नाई उर्फ सुल्तान, डोडा का इरशाद अहमद उर्फ इदरीश, कुपवाड़ा का बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज और पाकिस्तान में रह रहा बारामूला का शौकत अहमद शेख उर्फ शौकत मोची शामिल हैं.

आरबीआई ने एक अधिसूचना में कहा, ‘‘रेगुलेटेड संस्थाओं (विनियमित इकाइयों-RE) को जरूरी गाइडलाइंस रे तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी उपरोक्त अधिसूचनाओं को संज्ञान में लेने की सलाह दी जाती है.’’ इन REs में बैंक, अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान (एक्जिम बैंक, NABARD, NHB, SIDBI और NABFID) और NBFC शामिल हैं.

इन आतंकवादियों की लिस्ट जारी करते हुए गृह मंत्रालय ने कहा था कि "हबीबुल्लाह मलिक उन आतंकवादियों का अहम सरगना था जिन्होंने पुंछ में सैनिकों पर हमला किया था और वह जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के वास्ते ड्रोन के माध्यम से हथियार और संचार प्रणाली गिराने में भी शामिल रहा है. उसने दुर्दांत आतंकवादियों का एक बड़ा नेटवर्क बनाया था और वह लश्कर और द रेजेस्टेंस फ्रंट से जुड़ा रहा है."