अच्छी खबर! पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से सीधे बिहार में हो सकेंगे दाखिल, केंद्र ने दी 17KM लंबे ग्रीनफील्ड 4-लेन बक्सर लिंक को मंजूरी
Purvanchal Expressway Extension to Bihar: बक्सर के साथ एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी उत्तर प्रदेश से बिहार के कई शहरों तक सफर के समय को कम करने में मदद करेगी और आसपास के क्षेत्रों के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी.
Purvanchal Expressway Extension to Bihar: उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को आने वाले समय में ज्यादा सुविधा होने वाली है. मौजूदा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से अब सीधे बिहार पहुंच सकेंगे.पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बिहार से जोड़ने के लिए केंद्र ने 618 करोड़ रुपये की लागत से उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में 17 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड 4-लेन बक्सर लिंक (17 km greenfield 4-lane Buxur link) को मंजूरी दी है. न्यूज एजेंसी IANS की खबर के मुताबिक, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
जल्द ही परियोजना का काम शुरू हो जाएगा
खबर के मुताबिक, गडकरी ने कहा कि परियोजना को मंजूरी मिल गई है और आगामी परियोजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्मित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को लखनऊ से बिहार के बक्सर से जोड़ेगी. मंत्री ने कहा कि जल्द ही इस परियोजना (Purvanchal Expressway Extension to Bihar) का काम शुरू हो जाएगा, जिसकी समयावधि 2 साल रखी गई है. एनएच-31 के गाजीपुर-बलिया-मांझी घाट और बक्सर लिंक को चार पैकेज में ग्रीनफील्ड 4-लेन बनाया जा रहा है. इससे पूरे क्षेत्र का विकास होगा.
नवंबर 2021 में ही शुरू हुआ है पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन नवंबर 2021 में हुआ था और इसे उत्तर प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक माना जाता है. 341 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway) लखनऊ जिले के चंदसराय गांव से शुरू होकर लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर होते हुए गाजीपुर जिले के एनएच-31 पर हैदरिया गांव पर खत्म होता है. एक्सप्रेसवे ने लखनऊ से गाजीपुर के बीच यात्रा के समय को 6 घंटे से घटाकर 3.5 घंटे कर दिया.
सफर के समय को कम करने में मदद मिलेगा
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि उम्मीद है कि बक्सर के साथ एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway Extension to Bihar) की कनेक्टिविटी उत्तर प्रदेश से बिहार के कई शहरों तक सफर के समय को कम करने में मदद करेगी और आसपास के क्षेत्रों के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी. बिहार से उत्तर प्रदेश के शहरों में जाने वालों को भी बड़ी सुविधा होने वाली है.