Punjab Budget 2023-24: पंजाब की भगवंत मान सरकार ने अपना पहला पूर्णकालिक बजट राज्य की विधानसभा में पेश किया. पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने विधानसभा में बजट भाषण पढ़ा. वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पंजाब का कुल बजट 1 लाख 96 हजार 462 करोड़ रुपए का है. वित्त वर्ष 2023-24 में राज्य का सकल राज्य घरेल उत्पाद (GSDP) 6 लाख 98 हजार 635 करोड़ रुपए होगा. अपने भाषण में वित्त मंत्री ने 300 यूनिट फ्री बिजली, ढाई लाख नौकरियां जैसे बड़े ऐलान किए हैं. वहीं, पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए भी विशेष घोषणा की है.

लाई जाएगी नई कृषि नीति

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वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस साल बजट में 26 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. बजट में कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है. इस बार कृषि और उससे संबंधित सेक्टरों को 13,888 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. पिछले साल के मुकाबले ये 20 फीसदी अधिक है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार जल्द ही कृषि नीति लाएगी. इसके लिए विशेषज्ञों की समिति बना दी है. फसल विविधीकरण यानी क्रॉप डाइवरसिफिकेशन के लिए एक हजार करोड़ रुपए आवंटित किए है. बासमती फसल की खरीद के लिए रिवॉल्विंग फंड बनाने की घोषणा की है.  

पराली जलाने के मामलों में आई कमी  

वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि पराली जलाने के मामलों में 30 फीसदी की कमी आई है. पराली के प्रबंधन के लिए 350 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. वहीं, सरकार जल्द ही फसल बीमा योजना शुरू करने जा रही है.  इसके अलावा ईंट-भट्ठों में कोयले की जगह पराली का इस्तेमाल होगा. किसानों को साल 2023-24 में फ्री बिजली सब्सिडी देने के लिए 9,331 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. बॉर्डर एरिया के लिए पहली बार 40 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है.

पंजाब सरकार के बजट की मुख्य घोषणाएं (Punjab Budget 2023-24 Key Highlights)

  •   वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने रोजगार और कौशल विकास के लिए 231 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. साल 2022-23 की तुलना में ये 36 फीसदी ज्यादा है. बजट भाषण के मुताबिक  पिछले 11 महीनों में ढाई लाख लोगों को नौकरी के अवसर देने के लिए 41,043 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावित है.  
  •   बजट भाषण में वित्त मंत्री ने बताया कि 22,594 पदों की भर्ती को लेकर जरूरी प्रक्रिया चल रही है. वहीं, 26,797 युवाओं को स्थाई रोजगार दिया गया. 
  • बजट में स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को 4,781 करोड़ रुपए आवंटित करने का ऐलान किया है. ये साल 2022-23 के मुकाबले 11 फीसदी अधिक है. 
  • चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के लिए बजट में 1,015 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है.  142 नए आम आदमी क्लिनिक जल्द ही शुरू किए जाएंगे. 10 लाख मरीजों को इन क्लिनिक का लाभ मिला है. 24 घंटे इमरजेंसी सुविधाओं के लिए 61 करोड़ रुपए का प्रावधान है. मोहाली में लिवर इंस्टीट्यूट के लिए 25 करोड़ रुपए का प्रावधान है.
  • सेकंडरी अस्पतालों के लिए 39 करोड़ रुपए का शुरुआती बजट होगा. न्यू चंडीगढ़ में अस्पताल के लिए 17 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. नशा मुक्ति केंद्रो को अपग्रेड करने के लिए 40 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान है.
  •  स्कूल और उच्च शिक्षा के लिए 17,072 करोड़ रुपए प्रस्तावित है. ये पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 12 फीसदी ज्यादा है.  राज्य में यूनिवर्सिटी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य की यूनिर्वसिटी को 990 करोड़ रुपए की सहायता दी जाएगी. 
  •  बजट में पंजाब सरकार ने नई खेल नीति लाने की घोषणा की है.इसमें 258 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान भी किया गया है. तीन करोड़ रुपए से अधिक के स्पोर्ट्स इक्विपमेंट्स खरीदे जाएंगे. स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी पटियाला के लिए 53 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं.    
  •  वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली सब्सिडी देने के लिए 7,780 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं.  उन्होंने हर महीने 300 यूनिट फ्री बिजली देने के अपने चुनावी वादे को निभाया है. 
  •  वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने सीसीएल योजना के तहत पंजाब के 31 हजार करोड़ रुपए के हिस्से को जारी नहीं किया है. इसे कर्ज में बदल दिया है. केंद्र के पास ग्रामीण कोष भी लंबित है. 
  •  पंजाब में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 26,295 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. ये वित्तीय वर्ष 2022-23 के मुकाबले 23 फीसदी ज्यादा है.

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बजट भाषण में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि साल 2022-23 में राज्य का राजकोषीय घाटा 4.98 फीसदी रहा. इस दौरान प्रति व्यक्ति आय 7.40 फीसदी बढ़ी है. पंजाब सरकार के मुताबिक कर्ज से मुक्ति के लिए साल 2022-23 में सरकारी खजाने में तीन हजार करोड़ रुपए जोड़े गए हैं. पिछले साल की तुलना में इस साल पूंजीगत व्यय 22 फीसदी ज्यादा है.