पिछले साल मार्च में कोरोना महामारी के बीच लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान गरीब जनता को किसी भी तरह की समस्या से बचाने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना प्रारंभ किया था. खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव शुधांशु पांडे ने आज मीडिया को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) का रिपोर्ट कार्ड देते हुए योजना की उपलब्धियां गिनाई.

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शुधांशु पांडे ने कहा कि केंद्र इस महामारी के समय में लोगों को मुफ्त खाद्यान्न वितरित करने की अब तक की सबसे लंबी कवायद चला रहा है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष खाद्यान्नों की खरीद में ऊंचाईयों को बढ़ाया गया है.

49 लाख किसानों को मिला लाभ

उन्होंने कहा कि 2021-2022 की रबी विपणन सीजन में रिकॉर्ड 433.24 एलएमटी गेहूं की खरीद की गई. पिछले वर्ष यह 389.93 एलएमटी थी. पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर राज्यों ने गेहूं की अब तक की सबसे अच्छी खरीद का आंकड़ा दर्ज किया है. 

इस खरीद से इस साल अब तक 49.16 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं, जबकि पिछले साल 43.35 लाख लाभान्वित किसान थे. उन्होंने आगे कहा कि वन नेशन, वन एमएसपी, वन डीबीटी योजना पूरे देश में लागू की गई है और रिकॉर्ड 84,369.19 करोड़ रुपये की राशि सीधे पूरे भारत में किसान के खातों में स्थानांतरित कर दी गई है.

धान की भी हुई रिकार्ड खरीदी

वहीं चावल खरीद के बारे में बताते हुए पांडे ने कहा कि 2020-21 खरीफ विपणन सीजन में 4 जुलाई 2021 तक 862.01 एलएमटी धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है. जो कि पिछले साल की कुल खरीद 770.93 एलएमटी धान से अधिक है. और इसी रफ्तार से इसके 900 एलएमटी तक पहुंचने के आसार हैं. 

इस साल पंजाब, बिहार, गुजरात, तेलंगाना, झारखंड, केरल, मध्य प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश ने अब तक के सबसे अच्छे खरीद के आंकड़े देखे गए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल 124.59 लाख किसानों के मुकाबले अब तक 127.15 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं. वहीं एमएसपी के 1,52,169.30 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर किए गए.

क्या है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना

देश में कोरोना के प्रसार को रोकने को लेकर लगे लॉकडाउन के दौरान गरीबों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए पिछले वर्ष 26 मार्च को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना की घोषणा की थी. उस वक्त कहा गया था कि इससे देश की 80 करोड़ जनता को लाभ पहुंचेगा. 

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सभी पात्र लाभार्थियों तक राशन पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नागरिक जैसे की सड़क पर रहने वाले, कूड़ा उठाने वाले, फेरी वाले, रिक्शा चालक, प्रवासी मजदूर आदि को प्राथमिकता प्रदान दी जाएगी. 

कब तक चलेगी योजना

फिलहाल सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का चौथा चरण शुरू कर दिया है. इसके तहत  नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के लाभार्थियों को 30 नवंबर 2021 तक अतिरिक्त अनाज देने की बात कही गई है. ये जानकारी कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री ने दी है. मिनिस्ट्री के मुताबिक ये फैसला 23 जून को पीएम मोदी की अगुवाई में हुई मीटिंग में लिया गया.