PM मोदी का भोपाल दौरा, राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया बीमारी को खत्म करने के लिए खास मिशन का करेंगे शुभारंभ
PM मोदी 1 जुलाई को मध्यप्रदेश दौरे पर रहेंगे. इस दौरान पीएम मोदी शहडोल जिले में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. जहां वे National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission का शुभारंभ करेंगे.
PM MP Visit : PM मोदी 1 जुलाई को मध्यप्रदेश दौरे पर रहेंगे. इस दौरान पीएम मोदी शहडोल जिले में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. जहां वे राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन (National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission) का शुभारंभ करेंगे. इस दौरान वे 3.57 करोड़ लाभार्थियों को Ayushman Card भी वितरित करेंगे.
इतने करोड़ लोगों को मिलेगा Ayushman Card अपने भोपाल दौरे के दौरान PM Modi लगभग 3.57 करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) कार्ड देंगे. रानी दुर्गावती को श्रद्धांजलि देंगे PM मोदी अपने भोपाल दौरे के दौरान पीएम प्रसिद्ध वीरांगना रानी दुर्गावती को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. उन्होंने 16वीं शताब्दी में मध्यप्रदेश में गढ़ मंडला का शासन संभाला था, जो वर्तमान में जबलपुर के नाम से जाना जाता है. जानें क्या है Sickle Cell Anaemia Sickle Cell Anaemia बीमारी एक आनुवंशिक बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं है. लेकिन डॉक्टरों के अनुसार, अपने खाने में आयरन और विटामिन बी12 से भरपूर चीजों खाने से खून की कमी दूर होती है. अगर आपकी शादी होती है और पार्टनर को भी सिकल सेल एनीमिया बीमारी है तो बच्चे में यह बीमारी होने के 100% चांस होते हैं. इसलिए अगर आपको यह बीमारी है तो शादी से पहले अपने पार्टनर का टेस्ट जरूर करा लें. क्या है इस मिशन का उद्देश्य इस मिशन का उद्देश्य विशेष रूप से आदिवासी आबादी के बीच सिकल सेल बीमारी को लेकर लोगों के जागरूक करना है.केंद्रीय बजट 2023 में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की घोषणा की गई थी. यह मिशन देश के गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, उत्तर प्रदेश, केरल, बिहार और उत्तराखंड के 278 जिलों में लागू किया जाएगा. इसके तहत 2047 तक भारत से Sickle Cell Anaemia को खत्म करने का लक्ष्य है. अपनी इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी शहडोल जिले के पकरिया गांव का दौरा करेंगे. जहां वे जनजातीय समुदाय, स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न पंचायत समितियों के नेताओं और ग्राम फुटबॉल क्लबों के कप्तानों के साथ बातचीत करेंगे.