PM मोदी का क्या है कोरोना महामारी से निपटने का प्लान? लॉकडाउन में ही दम तोड़ देगा वायरस
कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की चुनौती से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन का आदेश दिया है.
कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की चुनौती से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन का आदेश दिया है. उनके मुताबिक इस महामारी से सोशल डिस्टैसिंग के जरिए ही निपटा जा सकता है.
PM मोदी ने इसके साथ ही कोरोनावायरस महामारी को हराने के लिए कुछ अलग मॉडस ऑपरेंडि (Modus Operandi) तैयार की है. उन्होंने इस महामारी को जड़ से मिटाने के लिए अपने कुछ विश्वसनीय और चुनिंदा केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी है. उन्हें अलग-अलग राज्यों के मोर्चे पर लगाया है. केंद्रीय मंत्रियों को हर दिन राज्य में कोरोना से जुड़ी रिपोर्ट PMO को देनी होगी.
कौन किस राज्य में तैनात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे ज्यादा 4 केंद्रीय मंत्रियों की ड्यूटी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लिए लगाई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महेंद्रनाथ पांडेय, कृष्णपाल गुर्जर और संजीव बालयान को उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी है.
बिहार की कमान पासवान को
इसी तरह गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान और पंजाब की जिम्मेदारी दी है. वहीं जनरल वीके सिंह को असम, रविशंकर प्रसाद और रामविलास पासवान को बिहार, धर्मेंद्र प्रधान को ओडीशा, छत्तीसगढ़ अर्जुन मुंडा और झारखंड की मुख्तार अब्बास नकवी को जिम्मेदारी दी है. इसी तरह नितिन गडकरी और प्रकाश जावड़ेकर को महाराष्ट्र की जिम्मेदारी दी गई है.
कैसे रुकेगा कोरोना
पीएमओ सूत्रों ने बताया कि सभी मंत्रियों को राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण, अपडेट और बचाव आदि की रिपोर्ट रोजाना देनी होगी. प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि केंद्रीय मंत्रियों को राज्यवार जिम्मेदारी सौंपे जाने से राज्यों में कोरोना से बचाव कार्य में और तेजी आएगी. केंद्रीय मंत्रियों की ओर से संबंधित राज्यों के मुख्यंत्रियों से समन्वयक बनाकर राहत कार्यों का आसानी से संचालन किया जा सकेगा.
700 के करीब पहुंचे मामले
देश में कोरानावायरस के अब तक 694 मामले की पुष्टि हुई है, जिनमें 647 भारतीय जबकि 47 विदेशी शामिल हैं. देश में कोरोनावायरस से पीड़ित 45 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 16 लोगों की मौत हो गई है.