पीएम नरेंद्र मोदी 27 फरवरी को जाएंगे कर्नाटक, शिवमोग्गा एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन, देश को समर्पित करेंगे ₹6300 करोड़ के प्रोजेक्ट्स
PM Narendra Modi Karnataka Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार, 27 फरवरी को कर्नाटक का दौरा करेंगे. पीएम मोदी सुबह करीब 11:45 बजे शिवमोग्गा हवाई अड्डे का दौरा और निरीक्षण करेंगे और उसके बाद शिवमोग्गा में ₹3600 करोड़ से भी ज्यादा की लागत वाली अलग-अलग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
PM Narendra Modi Karnataka Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार, 27 फरवरी को कर्नाटक का दौरा करेंगे. पीएम मोदी सुबह करीब 11:45 बजे शिवमोग्गा हवाई अड्डे का दौरा और निरीक्षण करेंगे और उसके बाद शिवमोग्गा में ₹3600 करोड़ से भी ज्यादा की लागत वाली अलग-अलग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इसके बाद, पीएम मोदी करीब 3:15 बजे बेलगावी में ₹2700 करोड़ से भी ज्यादा लागत की कई विकास पहलों की आधारशिला रखेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे. बताते चलें कि पीएम मोदी सोमवार को ही बेलगावी में किसानों के खाते में पीएम किसान की 13वीं किस्त भी जारी करेंगे.
शिवमोग्गा में पीएम मोदी का पूरा कार्यक्रम
शिवमोग्गा हवाई अड्डे (Shivamogga Airport) के उद्घाटन के साथ देशभर में हवाई संपर्क बेहतर होगा. नया हवाई अड्डा करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है. इस हवाई अड्डे का यात्री टर्मिनल बिल्डिंग की क्षमता 300 यात्री प्रति घंटा है. ये हवाई अड्डा मलनाड क्षेत्र के शिवमोग्गा और अन्य पड़ोसी इलाकों की कनेक्टिविटी और पहुंच को बेहतर बनाएगा.
प्रधानमंत्री शिवमोग्गा में दो रेल परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इसमें शिवमोग्गा-शिकारीपुरा-रानेबेन्नूर नई रेलवे लाइन और कोटेगंगुरु रेलवे कोचिंग डिपो शामिल हैं. शिवमोग्गा-शिकारीपुरा-रानेबेन्नूर नई रेलवे लाइन 990 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जाएगी और ये बेंगलुरु-मुंबई मेनलाइन के साथ मलनाड क्षेत्र को उन्नत कनेक्टिविटी प्रदान करेगी.
शिवमोग्गा शहर में कोटेगंगुरु रेलवे कोचिंग डिपो को 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से विकसित किया जाएगा ताकि शिवमोग्गा से नई ट्रेनों का परिचालन शुरू करने में मदद मिल सके और बेंगलुरू एवं मैसूरु में मेनटेनेंस की सुविधाओं पर पड़ने वाले बोझ को हल्का किया जा सके.
प्रधानमंत्री शिवमोग्गा में सड़कों के विकास की कई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. कुल 215 करोड़ रुपये से ज्यादा की संचयी लागत से विकसित की जाने वाली इन परियोजनाओं में ब्यंदूर-रानेबेन्नूर को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे 766C पर शिकारीपुरा शहर के लिए नई बाईपास सड़क का निर्माण, मेगारावल्ली से अगुम्बे तक राष्ट्रीय राजमार्ग-169ए का चौड़ीकरण और राष्ट्रीय राजमार्ग 169 पर तीर्थाहल्ली तालुक के भारतीपुरा में नए पुल का निर्माण शामिल है.
इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के तहत 950 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से बहु-ग्राम योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इसमें गौतमपुरा और 127 अन्य गांवों के लिए एक बहु-ग्राम योजना का उद्घाटन और कुल 860 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से विकसित की जाने वाली 3 अन्य बहु-ग्राम योजनाओं की आधारशिला रखना शामिल है. 4 योजनाएं घरों में पाइप के जरिए जलापूर्ति के कनेक्शन प्रदान करेंगी और इससे कुल 4.4 लाख से अधिक लोगों को लाभ होने की उम्मीद है.
प्रधानमंत्री शिवमोग्गा शहर में 895 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 44 स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे. इन परियोजनाओं में 110 किलोमीटर लंबाई वाले 8 स्मार्ट रोड पैकेज, एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर एवं बहुमंजिला कार पार्किंग, स्मार्ट बस आश्रय परियोजनाएं, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की कुशल प्रणाली, शिवप्पा नाइक पैलेस जैसी विरासत परियोजनाओं का एक संवादात्मक संग्रहालय में विकास, 90 संरक्षण लेन, पार्कों का निर्माण और रिवरफ्रंट विकास परियोजनाएं आदि शामिल हैं.
प्रधानमंत्री मोदी का बेलगावी प्रोग्राम
प्रधानमंत्री पुनर्विकसित बेलगावी रेलवे स्टेशन कैंपस को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से लगभग 190 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से इस रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया गया है. लोंडा-बेलगावी-घाटप्रभा खंड के बीच रेलवे लाइन दोहरीकरण परियोजना एक अन्य ऐसी रेलवे परियोजना है, जिसे प्रधानमंत्री द्वारा बेलगावी में राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा. लगभग 930 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की गई ये परियोजना व्यस्तम मुंबई-पुणे-हुबली-बेंगलुरु रूट पर लाइन क्षमता को बढ़ाएगी, जिससे इस क्षेत्र में व्यापार, वाणिज्य और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.
प्रधानमंत्री बेलगावी में जल जीवन मिशन के तहत बहु-ग्राम योजना की 6 परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे, जिन्हें लगभग 1585 करोड़ रुपये की संचयी लागत से विकसित किया जाएगा और इससे 315 से अधिक गांवों की लगभग 8.8 लाख आबादी लाभान्वित होगी.