Ujjwala Yojana 2.0 scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उज्ज्वला 2.0 योजना लॉन्च कर दी है. योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में 1 हजार महिलाओं को नए LPG कनेक्शन देकर की गई. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिेए शुरू की गई इस योजना में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य व दिनेश शर्मा भी शामिल रहे.

फ्री में मिलेगा पहला भरा हुआ सिलेंडर

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योजना 2.0 में फ्री LPG कनेक्शन के साथ भरा हुआ सिलेंडर भी फ्री में मिलेगा. योजना की शुरुआत 1 हजार महिलाओं को कनेक्शन बांटा गया. बता दें, 2021-22 वित्तीय वर्ष में इस योजना के तहत 1 करोड़ LPG कनेक्शन बांटने के लिए अलग से फंड जारी किया गया है. गैस कनेक्शन कम आय वाले उन परिवारों को दिए जाएंगे, जो उज्ज्वला योजना के पहले चरण में शामिल नहीं हो सके थे.

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बिना एड्रेस प्रूफ के मिलेगा कनेक्शन

PM नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया कि उज्ज्वला योजना 2.0 का फायदा लेने के लिए प्रवासियों को राशन कार्ड और एड्रेस प्रूफ की जरूरत नहीं होगी. जरूरतमंद परिवार अब खुद के सेल्फ डिक्लेरेशन देकर भी इस योजना का फायदा ले सकते हैं.

उज्जवला योजना में आवेदन के लिए क्या जरूरी?

  • आवेदक एक महिला होनी चाहिए.
  • महिला की आयु 18 वर्ष से ज्यादा होनी चाहिए.
  • महिला BPL परिवार से होनी चाहिए.
  • महिला के पास BPL कार्ड और राशन कार्ड होना चाहिए.
  • आवेदक के परिवार के किसी सदस्य के नाम पर LPG कनेक्शन नहीं होना चाहिए.

कैसे कर सकते हैं अप्लाई

  • pmuy.gov.in/ujjwala2.html अधिकारिक वेबसाइट पर अप्लाई करना होगा.
  • यहां एक डाउनलोड फॉर्म का ऑप्शन दिखाई देगा.
  • फॉर्म को डाउनलोड़ करने के बाद मांगी गई डिटेल्स भर दें.
  • फॉर्म को अब LPG केंद्र पर जमा कराना होगा.
  • साथ ही इससे संबंधित दस्तावेजों को भी वहां जमा करा दें.
  • डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई होने पर आपको LPG कनेक्शन मिल जाएगा.

उज्ज्वला योजना 2.0 की खास बातें

  • योजला के तहत लाभार्थियों को मुफ्त LPG कनेक्शन मिलेगा.
  • पहली बार भरा हुआ सिलेंडर फ्री मिलेगा.
  • कागजी कार्रवाई बहुत कम की गई.
  • प्रवासियों को राशन कार्ड और एड्रेस प्रूफ जमा करने की जरूरत नहीं.

2016 में हुई थी योजना की शुरुआत

उज्ज्वला योजना की शुरुआत साल 2016 में की गई थी. इसके तहत 5 करोड़ गरीब परिवार की महिलाओं को गैस कनेक्शन बांटने का लक्ष्य रखा गया था. इसके बाद 2018 में इस योजना को आगे बढ़ाते हुए 7 और कैटेगरी की महिलाओं को इसका फायदा दिया गया. इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अंत्योदय अन्न योजना, अति पिछड़ा वर्ग, चाय बगान वर्कर, वनवासी और द्वीपों में रहने वाले लोगों को भी शामिल किया था.