प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 13 दिसंबर, मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से श्री अरबिंदो (Sri Aurobindo) की 150वीं जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लेंगे और आध्यात्मिक नेता के सम्मान में एक विशेष सिक्का (Coin) और डाक टिकट (Postal Stamp) जारी करेंगे. 15 अगस्त, 1872 को पैदा हुए श्री अरबिंदो एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा जारी किए एक बयान के अनुसार ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत पुडुचेरी (Puducherry) के कम्बन कलई संगम (Kamban Kalai Sangam) में एक कार्यक्रम आयोजित होने वाला है. इस बयान में ये कहा गया है कि प्रधानमंत्री 13 दिसंबर, 2022 को शाम पांच बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. वह इस अवसर पर एक सभा को भी सम्बोधित करेंगे, जिसमे देशभर से श्री अरबिंदो के फॉलोअर्स शामिल होंगे.

कौन थे श्री अरबिंदो?

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श्री अरबिंदो का जन्म 15 अगस्त, 1872 को कलकत्ता (कोलकाता) में हुआ था. उन्होंने युवा अवस्था में स्वतंत्रता संग्राम में क्रन्तिकारी के रूप में भाग लिया था. लेकिन बाद में वे योगी बन गए. उसके बाद उन्होंने पुडुचेरी में एक आश्रम स्थापित किया. वेद, उपनिषद ग्रंथों आदि पर उन्होंने अनेक कमेंटरीज और योग साधना पर मौलिक ग्रन्थ लिखे. दुनिया में दर्शन शास्त्र (Philosophy) पर भी उनका बहुत प्रभाव रहा है. उनकी स्पिरिचुअल प्रैक्टिस के फॉलोअर्स दुनिया भर में फैले हुए हैं. श्री अरबिंदो ने 5 दिसंबर 1950 में अपनी अंतिम सांसे ली थी. 

श्री अरबिंदो की कुछ रचनाएं

द मदर, लेटर्स ऑन योगा, सावित्री, योग समन्वय,दिव्य जीवन, फ्यूचर पोयट्री, योगिक साधन, ‘वंदे मातरम', कारा काहिनी (जेलकथा) तथा धर्म ओ जातीयता (धर्म और राष्ट्रीयता) श्री अरबिंदो कि प्रसिद्ध रचानाओं में से हैं. आजादी का अमृत महोत्सव - आजादी के 75 साल के अवसर पर भारत के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का उत्साव मनाने का सरकार का एक अभियान है. इस वर्ष देश भर में जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन करके श्री अरविंदो की 150 वीं जयंती मनायी जा रही है. 

 

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