दक्षिण अमेरिकी देश अर्जेंटीना में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है. इस सम्मेलन में शिरकत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अर्जेंटीना रवाना हो गए. यहां उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत की दिग्गज नेताओं से होगी. अर्जेंटीना में पीएम मोदी करीब 50 घंटे रुकेंगे और खास बात ये है कि उनके वहां आनेजाने में भी 50 घंटे ही खर्च होंगे. 

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13वें जी-20 शिखर सम्मेलन अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में 29 नवंबर से लेकर 1 दिसंबर तक चलेगा. प्रधानमंत्री मोदी 2 दिसंबर को भारत वापस लौटेंगे. देश के कई राज्यों में इन दिनों विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. इन चुनावों को लेकर प्रधानमंत्री लगातार चुनावी दौरा कर रहे हैं. अत्यंत व्यस्त दौरे के बीच वे समय निकालकर जी-20 शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा ले रहे हैं. शिखर सम्मेलन के दौरान वे ब्रिक्स देशों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे और कई देशों के साथ उनकी द्विपक्षीय वार्ता भी तय है. 

2 दर्जन से अधिक बैठकों में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी

अर्जेंटीना रवाना होने से पीएम मोदी ने अपने एक ट्वीट संदेश में कहा कि वह जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं. इस सम्मेलन स्थाई विकास, वैश्विक अर्थव्यवस्था और महिला सशक्तिकरण जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'जी-20 ने तेजी से बढ़ती वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं. वैश्विक आर्थिक विकास और समृद्धि में भारत का योगदान "निष्पक्ष और सतत विकास के लिए आम सहमति निर्माण" के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, जो शिखर सम्मेलन का विषय है.'

आयुष्मान भारत और जीएसटी के अनुभव होंगे साझा

प्रधानमंत्री मोदी यहां करीब 2 दर्जन बैठकों में शिरकत करेंगे. प्रधानमंत्री के साथ वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शक्तिकांत दास भी अर्जेंटीना गए हुए हैं. शक्तिकांत दास भारत के 15 वें वित्त आयोग और भारत के शेरपा जी -20 में सदस्य हैं. शेरपा जी-20 सदस्य देशों के नेताओं का प्रतिनिधि होता है जो सम्मेलन के अजेंडे के बीच समन्वय बनाता है.

सम्मेलन में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत और किसानों के लिए सॉयल हेल्थ कार्ड, जनधन योजना, जीएसटी और मुद्रा योजना के फायदों के बारे में अपने अनुभव बताएंगे.

जी-20 शिखर सम्मेलन

अर्जेंटीना में होने जा रहा 13वां जी-20 शिखर सम्मेलन कई मायनों में बहुत ही अहम है. इस सम्मेलन में दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों के नेता शिरकत कर रहे हैं. ट्रेड वार के बीच अमेरिका और चीन पहली बार आमने-सामने होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यहां चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता करेंगे. इस बार सम्मेलन के एजेंडा में भविष्य की कार्यप्रणाली, विकास के लिए आधारभूत संरचना और टिकाऊ भोजन भविष्य जैसे विषय प्रमखु हैं. इसके अलावा कई देशों ने क्रिप्टो करेंसी के विनियमन का मुद्दा उठाने की भी बात कही है.