केंद्र सरकार की किसानों के हित में शुरू की गई 'पीएम किसान सम्मान निधि योजना' का आज गोरखपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभारंभ किया. एक भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने लाभार्थी किसानों को 2000-2000 रुपये के चैक दिए. प्रधानमंत्री ने इस मौके पर गोरखपुर और पूर्वांचल के विकास से जुड़ी 9888 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण भी किया. 

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बता दें कि केंद्र सरकार ने 1 फरवरी को वर्ष 2019 का अंतरिम बजट पेश करते हुए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की घोषणा की थी. इस योजना के तहत 5 एकड़ से कम जमीन के स्वामी किसानों को हर साल 6000 रुपये दिए जाएंगे. ये 6000 रुपये तीन किस्तों में दिए जाएंगे. इसकी पहली किस्त के रूप में आज 2000 रुपये किसानों को दिए गए. प्रधानमंत्री ने 1 करोड़, 1 लाख किसानों के खातों में इस योजना की पहली किस्त ट्रांसफर की. उन्होंने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत हर साल करीब 12 करोड़ किसानों के खाते में 75,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे.

पीएम मोदी ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना आजादी के बाद किसानों से जुड़ी सबसे बड़ी योजना है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को पूरी तरह से सशक्त बनाने के लिए पूरी लगन से काम कर रही है. देश के किसानों को हर वे साधन-संसाधन मुहैया कराने पर काम किया जा रहा है, जिनके बल किसान 2022 तक अपनी आमदनी को दोगुनी कर सकें.

पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत आने वाले सभी किसानों के खाते में कुछ ही दिनों में पहली किस्त ट्रांसफर कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इस योजना की पूरी धनराशि केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही है, राज्य सरकारों की तरफ से कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है. राज्य सरकार का काम है कि वे लाभार्थी किसानों की सूची तैयार करके केंद्र को दे.

पीएम मोदी ने कहा कि देश के 21 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत किसानों को 2 हजार 21 करोड़ रुपए अभी ट्रांसफर किए गए हैं.

पूरी तरह से पारदर्शी योजना

उन्होंने कहा कि इस योजना में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती गई है. लाभार्थी किसानों की सूची ग्राम पंचायत में जारी की जाएगी. उसके बाद लाभार्थी किसानों की योजना पीएम-किसान पोर्टल पर अपलोड की जाएगी. जिन किसानों को लगता है कि वे इस योजना के लाभार्थी हैं, लेकिन योजना में उनका नाम नहीं हैं तो वे ब्लॉक या जिलास्तर पर अधिकारियों से मिल सकते हैं.

पशु पालन और मछली पालन के लिए KCC

किसान क्रेडिट कार्ड से पहले 1 लाख रुपये तक ऋण लिया जा सकता था. अब इसकी सीमा बढ़ाकर 1.60 लाख रुपये कर दी गई है. यानी अब बिना गारंटी के किसान केसीसी के माध्यम से 1.60 लाख रुपये का कर्ज ले सकते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से ही पशु पालन और मछली पालन करने वाले किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा शुरू की. मछली पालन और पशु पालकों के लिए केसीसी की ऋण सीमा 2 लाख रुपये रखी गई है.

प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों के लिए कृषि ऋण में छूट की सीमा एक वर्ष से बढ़ाकर 3 से 5 साल कर दी गई है. अगर किसान समय पर कर्ज का भुगतान करते हैं तो उन्हें ब्याज दर में 3 फीसदी की अतिरिक्त छूट का भी फायदा मिलेगा.

विरोधी दलों पर लगाए आरोप

विरोधी दलों को घेरते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2008 में आंकड़ों के हिसाब से पूरे देश में किसानों का 6 लाख करोड़ रुपये था. कर्ज माफी की घोषणा से 6 लाख करोड़ रुपये माफ होने चाहिए थे. 2009 में यूपीए की सरकार आई, लेकिन सिर्फ 52,000 करोड़ रुपये का किसानों का कर्ज माफ किया. और ये 52,000 करोड़ रुपया भी 10 साल में सिर्फ एक बार माफ हुए और इसका फायदा भी उन्हीं किसानों को हुआ जो उनके करीबी थे. उनमें भी 35 लाख ऐसे लोगों का कर्ज माफ हुआ, जिनका किसानी से कोई लेना-देना नहीं था.