प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समाज के निचले तबके के उत्थान के लिए सरकारी स्तर पर नई-नई योजनाएं शुरू करते रहते हैं. कल ही उन्होंने असंगठित क्षेत्र के कामगारों की पेंशन के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना शुरू की थी. वह स्वच्छता और सफाईकर्मियों के कल्याण के लिए हमेशा सजग रहते हैं. इससे पहले उन्होंने कुंभ मेले में सफाईकर्मियों के पैर धोकर उन्हें सम्मानित किया था.

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आज इसी कड़ी में उन्होंने कुंभ मेले में तैनात सफाईकर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री ने अपने निजी खाते से 21 लाख रुपये दान में दिए हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्वीट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने निजी बचत से 21 लाख रूपये की राशि कुंभ मेला के सफाईकर्मियों के कल्याण कोष में दान में दी.

नमामि गंगे में 4.5 करोड़ का दान

प्रधानमंत्री मोदी अपने वेतन और उन्हें मिलने वाले सम्मान, सम्मान राशि को देश की कल्याणकारी योजनाओं में ही लगाते रहते हैं. अभी हाल ही में दक्षिण कोरिया सरकार द्वारा उन्हें सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इस पुरस्कार में उन्हें 1.3 करोड़ रुपये की राशि में मिली थी. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इस राशि को गंगा नदी की सफाई के लिए चलाई जा रही नमामि गंगे परियोजना में देने की घोषणा कर दी. 

 

कुछ समय पहले प्रधानमंत्री को मिलने वाले सम्मान तथा स्मृति चिह्नों की नीलामी की गई. इस नीलामी से 3.40 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए. इस राशि को भी पीएम मोदी ने नमामि गंगे परियोजना को समर्पित कर दिए. 

बेटियों की शिक्षा के लिए दान

ऐसा नहीं है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही नरेंद्र मोदी यह काम कर रहे हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने राज्य की बेटियों की शिक्षा के लिए अपने निजी खाते से 21 लाख रुपये दान में दिए थे. 

मुख्यमंत्री रहते हुए उन्हें मिलने वाले तमाम उपहारों की नीलामी की गई. इस नीलामी में मिले 89.96 करोड़ रुपये उन्होंने लड़कियों की पढाई के लिए बने कोष 'कन्या केलवनी फंड' में जमा करवा दिया.