PM Modi Birthday: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 72वां जन्मदिन है. गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित वडनगर में साल 1950 में उनका जन्म हुआ था.  पीएम मोदी का जीवन संघर्षों से भरा रहा है. बचपन में पढ़ाई से समय बचने पर वह अपने पिता की चाय का दुकान पर मदद करते थे.  एक चायवाले से किस तरह उन्होंने पीएम पद का सफर तय किया आइए जानिए उनके बारे में. बचपन में पिता के काम में बताया हाथ पीएम मोदी के पिता का नाम दामोदरदास था. पिता की एक चाय की दुकान स्टेशन के बाहर थी. बचपन में पढ़ाई से उन्हें जो समय मिलता उसमें दुकान पर पिता का हाथ बटाने पहुंच जाते थे. साथ ही ट्रेनों में चाय भी बेचते थे. उनकी मां का नाम हीराबेन हैं. वह उन्हें बचपन में प्यार से नरिया बुलाती थी. पीएम मोदी छह भाई-बहन हैं. वह खुद तीसरे नंबर पर आते हैं. वह परिवार समेत छोटे से कमरे वाले घर में रहते थे. घर की दीवारें मिट्टी की थी. गुजरात बोर्ड से पास की हाईस्कूल पीएम मोदी ने गुजरात बोर्ड से 1967 में हाईस्कूल पास किया था. दिल्ली यूनिवर्सिटी से 1978 में बीए किया.  इसके बाद  1983 में राजनीति विज्ञान में एमए किया. एमए में उनके पास यूरोपियन पॉलिटिक्स, इंडियन पॉलिटिक्स एनालिसिस और साइकोलॉजी ऑफ पॉलिटिक्स आदि विषय थे. पीएम मोदी से जुड़ी ये विशेष बातें नरेंद्र मोदी बचपन में आम बच्चों से बिलकुल अलग थे. उन्हें बचपन में एक्टिंग का शौक था. पीएम मोदी बचपन में स्कूल में अभिनय, वाद-विवाद, नाटकों में हिस्सा लेते तथा पुरस्कार जीतते थे. इसके साथ-साथ उन्होंने  NCC में भी ट्रेनिंग ली. वे एक बार तालाब से एक घड़ियाल का बच्चा पकड़कर घर लेकर आ गए. मां के समझाने पर वे वापस उसे तालाब छोड़कर आए.नरेन्द्र मोदी बचपन में साधु-संतों से प्रभावित हुए. वे बचपन से ही संन्यासी बनना चाहते थे.संन्यासी बनने के लिए मोदी विद्यालय की पढ़ाई के बाद घर से भाग गए थे. बचपन से ही था आरएसएस से लगाव 1958-आरएसएस के प्रति पीएम मोदी का बचपन से ही जुड़ा था. साल 1958 में नरेंद्र मोदी ने बाल स्वयंसेवक की शपथ ली थी. फिर वह धीरे-धीरे कर के आरएसएस की शाखाओं में आने-जाने लगे. 1974- इस साल पीएम मोदी नव निर्माण आंदोलन में शामिल हुए. कई सालों तक वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे. 1987- इस साल पीएम मोदी ने बीजेपी ज्वाइन की थी. 1988-89- इस साल उन्हें भारतीय जनता पार्टी की गुजरात इकाई का महासचिव बनाया गया. 1990-लाल कृष्ण आडवाणी की सोमनाथ-अयोध्या रथ यात्रा के आयोजन में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी.  1995- इस साल पीएम मोदी को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय सचिव और पांच राज्यों का पार्टी प्रभारी भी बनाया गया.    1998- इस साल पीएम को महासचिव (संगठन) बनाया गया. 2001-यह साल पीएम मोदी के जीवन में काफी बदलाव लेकर आया. गुजरात में आए भूकंप के कारण 20 हजार लोग मारे गए थे, तभी राजनीतिक दबाव के चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल को रिजाइन देना पड़ा था. फिर उनकी जगह पर नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिली. 2014- भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली.