सरकारी नौकरी के लिए अप्लाई करने वाले उम्मीदवारों को एक नियुक्ति पत्र यानी अपॉइन्टमेंट लेटर मिल रहा है. भारत सरकार के नाम से भेजे जा रहे इस अपॉइन्टमेंट लेटर में उम्मीदवार को आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत ग्राहक सेवा प्रतिनिधि के पद पर नियुक्त करने का दावा किया जा रहा है. अपॉइन्टमेंट लेटर देखने पर मालूम चला कि उम्मीदवार को 29000 हजार रुपये की मासिक तनख्वाह के साथ खाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है. हालांकि, युवाओं के पास भेजे जा रहे इस अपॉइन्टमेंट लेटर में कई तरह के झोल भी हैं. लिहाजा, इसकी जांच-पड़ताल हुई.

PIB Fact Check ने की अपॉइन्टमेंट लेटर की जांच-पड़ताल

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

PIB Fact Check ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपॉइन्टमेंट लेटर की जांच पड़ताल की. PIB Fact Check की जांच में बेहद सनसनीखेज सच्चाई सामने आई है. PIB Fact Check ने अपनी जांच में पाया कि नौकरी के लिए अप्लाई करने वाले उम्मीदवारों को मिल रहा ये नियुक्ति पत्र पूरी तरह से फर्जी है. PIB Fact Check ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल पर फर्जी नियुक्ति पत्र की फोटो शेयर करते हुए बताया कि ये अपॉइन्टमेंट लेटर फर्जी है, श्रम और रोजगार मंत्रालय ने ऐसा कोई भी नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया है.

नौकरी के नाम पर आपके साथ हो सकती है ठगी

PIB Fact Check की मानें तो ये ठगी का एक नया तरीका है क्योंकि उम्मीदवारों को फर्जी नियुक्ति पत्र भेजकर उनसे 4950 रुपये की मांग की जा रही है. अगर आपको भी इस तरह का कोई नियुक्ति पत्र मिलता है तो सावधान हो जाएं और किसी भी व्यक्ति को नौकरी के नाम पर 1 भी रुपया न दें. देश में बढ़ रहे साइबर फ्रॉड के मामलों को ध्यान में रखते हुए किसी भी व्यक्ति के साथ अपनी निजी और गोपनीय वित्तीय डीटेल्स शेयर न करें. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके साथ वित्तीय धोखाधड़ी होने की संभावनाएं काफी ज्यादा बढ़ सकती हैं.