युद्धग्रस्त सूडान से 135 भारतीय यात्रियों का एक जत्था भारत वापसी के लिए मंगलवार को जेद्दा पहुंच गया है. जबकि 231 यात्री ऑपरेशन कावेरी के तहत अहमदाबाद पहुंचे. सऊदी अरब में भारतीय दूतावास ने मंगलवार शाम को ट्वीट करते हुए लिखा कि सूडान से 135 यात्रियों को लेकर भारतीय नागरिकों का 18वां जत्था जेद्दा पहुंच गया है. बता दें कि इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा था कि अहमदाबाद में एक और हैशटैग ऑपरेशन कावेरी फ्लाइट लैंड हुई है. 231 और यात्री सुरक्षित घर पहुंच गए हैं.

जेद्दा के रास्‍ते भारत लाए जा रहे हैं सूडान में फंसे भारतीय

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सूडान से अब तक लगभग 3,000 भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया है, जिन्हें जेद्दा के रास्ते भारत लाया जा रहा है. सूडान की सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच 14 अप्रैल से लड़ाई चल रही है, जिसमें 500 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 अप्रैल को सूडान में स्थिति की समीक्षा की थी और वहां फंसे भारतीयों के लिए एक निकासी योजना की मांग के बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी लॉन्च किया था.

तब से भारतीय नागरिकों को सूडान बंदरगाह के माध्यम से खार्तूम से भारत के रास्ते जेद्दा तक निकाला जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायुसेना के जेट और भारतीय नौसेना के युद्धपोत निकासी अभियान में शामिल हैं.

क्‍यों इस अभियान को नाम दिया गया ऑपरेशन कावेरी

कोच्चि में युवम कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि 'सूडान में गृहयुद्ध की वजह से हमारे कई लोग वहां फंस गए हैं. उन्‍हें निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी को शुरू किया गया है. इसकी देखरेख  केरल के बेटे और हमारी सरकार के मंत्री मुरलीधरन कर रहे हैं.' कावेरी दक्षिण भारत की मुख्‍य नदी है. नदियों का स्‍वभाव होता है कि वो तमाम बाधाओं को पार करते हुए भी अपने गंतव्‍य तक पहुंच जाती हैं. इसी सोच के साथ इस अभियान को ऑपरेशन कावेरी नाम दिया गया.