दूरसंचार क्षेत्र में एक बदलाव देखने को मिल रहा है. देश में टेलीफोन उपभोक्ताओं (वायरलेस+वायरलाइन) की संख्या में बीते एक साल में गिरावट दर्ज की गई है. एक तरफ जहां मोबाइल और इंटरनेट यूजर की संख्या लगातार बढ़ने की बात की जा रही है, वहीं एक साल की तुलना में देश में 3.46 प्रतिशत टेलीफोन उपभोक्ता कम हो गए हैं. दूरसंचार नियामक TRAI के ताजा आंकड़ों में यह सामने आया है. 

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ट्राई के मुताबिक, जून 2018 के अंत में देश में कुल टेलीफोन उपभोक्ता की संख्या घटकर 116.88 करोड़ रह गई है, जबकि मार्च में यह संख्या 120.62 करोड़ दर्ज की गई थी. इस तरह तिमाही आधार पर कुल उपभोक्ताओं की संख्या में 3.09 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि इसी तिमाही में सालाना आधार पर यह गिरावट 3.46 प्रतिशत है.

टेलीफोन घनत्व में आई कमी

देश में मार्च में खत्म तिमाही में 92.84 प्रतिशत टेलीफोन घनत्व जून में खत्म तिमाही में घटकर 89.72 प्रतिशत रह गया. ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में टेलीफोन से लोगों ने मुंह मोड़ा है. शहरी क्षेत्र में उपर्युक्त समयावधि के दौरान मार्च में जहां 68.16 करोड़ उपभोक्ता थे, वहीं जून अंत में यह घटकर 65.27 करोड़ रह गए. इसी तरह ग्रामीण भारत में टेलीफोन उपभोक्ता मार्च अंत में 52.46 करोड़ थे, जबकि जून अंत में 51.61 करो़ड़ रह गए.

इंटरनेट उपभोक्ता में तेजी

टेलीफोन से भले ही लोगों ने मुंह मोड़ा हो लेकिन इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में उपर्युक्त समयावधि के दौरान बढ़ोतरी देखने को मिली. मार्च अंत में जहां देश में 49.39 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपभोक्ता थे, वहीं वह जून में बढ़कर 51.26 करोड़ से अधिक हो गए. तिमाही आधार पर इसमें 3.71 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई.

वायरलाइन कनेक्शन में गिरावट

ट्राई के मुताबिक देश में वायरलाइन उपभोक्ताओं की संख्या में मार्च से लेकर जून (पहली तिमाही) में पिछली तिमाही (जनवरी से मार्च) के मुकाबले 1.82 प्रतिशत की गिरावट आई है. इस दौरान देश में कुल वायरलाइन कनेक्शन की संख्या 2.24 करोड़ दर्ज की गई. वायरलाइन कनेक्शन में निजी दूरसंचार कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी 32.12 प्रतिशत है, वहीं सार्वजनिक क्षेत्रों की बाजार हिस्सेदारी 67.88 प्रतिशत दर्ज की गई.