आधार (Aadhaar) का प्रबंधन करने वाली संस्था यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने कहा है कि आधार को लेकर कई तरह के भ्रम हैं और ऐसा ही एक भ्रम है कि अगर किसी सर्विस के लिए आधार का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है तो आधार डिएक्टिवेट या बंद हो जाता है. #AadhaarMythBuster के साथ किए गए एक ट्वीट में यूआईडीएआई ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होता है.

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आधार ने ट्वीट किया, '#AadhaarMythBuster किसी सर्विस के लिए इस्तेमाल नहीं करने से आधार डिएक्टिवेट नहीं होता है. ऐसी किसी झूठी रिपोर्ट या अफवाह पर ध्यान न दीजिए.' यूआईडीएआई का कहना है कि आधार जीवन भर के लिए आपकी पहचान है, इसलिए इसके बीच में बंद होने का सवाल ही नहीं है.

 

 

कुछ दिन पहले यूआईडीएआई ने हालांकि कहा था कि प्‍लास्टिक आधार या आधार स्मार्ट कार्ड/PVC कार्ड वैलिड नहीं है. UIDAI का कहना है कि आपके पास प्लास्टिक का आधार कार्ड है तो यह कार्ड अब 'बेकार' हो जाएगा. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि प्‍लास्टिक आधार की अनऑथराइज्‍ड प्रिन्टिंग के चलते QR कोड डिस्‍फंक्‍शनल हो जाता है. साथ ही इससे निजी जानकारी चोरी होने का खतरा है. आपकी पर्सनल डिटेल्‍स को बिना आपकी अनुमति के शेयर किया जा सकता है.

UIDAI ने अपने बयान में इस बात पर भी जोर दिया है कि ओरिजनल आधार के अलावा एक साधारण पेपर पर डाउनलोड किया हुआ आधार और एमआधार पूरी तरह से वैलिड हैं. इसलिए आपको स्‍मार्ट आधार के चक्‍कर में पड़ने की जरूरत नहीं है. यहां तक कि आपको कलर्ड प्रिन्‍ट की भी जरूरत नहीं है. साथ ही आपको अलग से आधार कार्ड के लैमिनेशन या प्‍लास्टिक आधार कार्ड की जरूरत नहीं है. अगर आपका आधार खो गया है तो आप इसे मुफ्त में https://eaadhaar.uidai.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं.