अब नहीं होंगी 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं, नई शिक्षा नीति के तहत केंद्र सरकार की कैबिनेट ने दी मंजूरी, जानें क्या है सच
सोशल मीडिया के सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप (WhatsApp) पर एक मैसेज काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार (Central Government) की कैबिनेट ने नई शिक्षा नीति (Education Policy) को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत अब पूरे देश में 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं नहीं होंगी.
सोशल मीडिया के सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप (WhatsApp) पर एक मैसेज काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार (Central Government) की कैबिनेट ने नई शिक्षा नीति (Education Policy) को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत अब पूरे देश में 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं नहीं होंगी. वायरल मैसेज में नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं कक्षा के बोर्ड की परीक्षा (10th Board Exam) खत्म करने का दावा किया जा रहा है. इसके साथ ही मैसेज में ये भी दावा किया जा रहा है कि MPhil को भी जल्द ही बंद कर दिया जाएगा. बताते चलें कि अगले साल फरवरी में बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं. ऐसे में ये मैसेज देश के उन करोड़ों बच्चों के लिए बेहद ही संवेदनशील है, जिन्हें 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं में बैठना है.
PIB Fact Check ने की वायरल मैसेज की पड़ताल
वॉट्सऐप पर तेजी से वायरल हो रहे इन दावों की पड़ताल की गई तो सारा सच सामने आ गया. PIB Fact Check ने अपनी पड़ताल में पाया कि वॉट्सऐप पर वायरल हो रहे मैसेज में नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं को खत्म करने की बात पूरी तरह फर्जी है. PIB Fact Check ने बताया कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया है, जिसमें ये कहा गया है कि नई शिक्षा नीति के तहत 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं नहीं होंगी. PIB Fact Check ने ट्वीट कर वायरल मैसेज को फर्जी बताते हुए सरकार की शिक्षा नीति का लिंक भी शेयर किया है.
सोशल मीडिया पर आसानी से सर्कुलेट होती हैं फर्जी खबरें
बताते चलें कि भारत की एक बड़ी आबादी सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रही है. मौजूदा समय को देखते हुए सोशल मीडिया आज के जमाने का सबसे ताकतवर संचार का साधन है. सोशल मीडिया पर आप अपनों के साथ तो संपर्क में रहते हीं हैं इसके अलावा आप अनजान लोगों से भी संपर्क कर सकते हैं. हालांकि, सोशल मीडिया के फायदों के साथ-साथ इसके कई नुकसान भी हैं. सोशल मीडिया के जरिए बड़े स्तर पर फर्जी खबरें सर्कुलेट की जाती हैं जो हमारे साथ-साथ हमारे समाज के लिए भी बहुत खतरनाक है.