NEET UG Cut Off 2021 latest news in hindi:  नीट-पीजी 2021 के संबंध में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (Directorate General Of Health Services) ने नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) को एक लेटर लिखकर कटऑफ को कम करने का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने NEET PG 2021 के लिए कट-ऑफ को 15% कम करने को कहा है. 

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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) ने राष्ट्रीय चिकित्सा के परामर्श से काउंसिल (एनएमसी) ने शनिवार को यह फैसला लिया।कटऑफ में 15 प्रतिशत की कटौती के साथ सामान्य वर्ग के लिए संशोधित क्वालीफाइंग पर्सेंटेज को घटाकर 35 कर दिया गया है. यानी छात्रों को अब 50% अंकों के बजाय स्नातकोत्तर मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास करने के लिए 35% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है.

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इस वजह से लिया गया कट ऑफ कम करने का फैसला 

पीटीआई के मुताबिक एनबीई की कार्यकारी निदेशक मीनू बाजपेयी को लिखे पत्र में, चिकित्सा परामर्श समिति (एमसीसी) के सदस्य सचिव बी श्रीनिवास ने कहा कि उचित चर्चा और विचार-विमर्श के बाद, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एनएमसी के साथ परामर्श से कट-ऑफ को सभी श्रेणियों में 15 पर्सेंटाइल कम करने का निर्णय लिया गया है.

जानिए किस वर्ग के छात्रों को मिलेगा कितना फायदा

यानी सामान्य वर्ग के लिए क्वालिफाइंग पर्सेंटाइल को घटाकर 35वां पर्सेंटाइल, पीएच (सामान्य) के लिए 30 पर्सेंटाइल और आरक्षित श्रेणी (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग) के लिए 25 पर्सेंटाइल किया जा सकता है. श्रीनिवास ने कहा कि उपरोक्त के मद्देनजर, आपसे अनुरोध है कि कृपया संशोधित परिणाम घोषित करें और नए योग्य उम्मीदवारों के संशोधित परिणाम डेटा जल्द से जल्द अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में भेजें.

इस कदम का उद्देश्य सीट की बर्बादी को रोकना

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, अखिल भारतीय कोटा काउंसलिंग के दो दौर और राज्य कोटा की काउंसलिंग के दो दौर के बाद भी लगभग 8,000 सीट खाली रहने के मद्देनजर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के परामर्श से यह निर्णय लिया गया. एक अधिकारी ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य सीट की बर्बादी को रोकना है. पर्सेंटाइल में इस कमी के साथ लगभग 25,000 नए उम्मीदवार चल रहे काउंसलिंग के मॉप राउंड में भाग ले सकते हैं.