NCH ने 1000 कंपनियों से की पार्टनरशिप, ग्राहक को मिलेगी बेहतर सुविधा, आसानी से निपटेंगी शिकायतें
नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (National Consumer Helpline) की तरफ से एक अहम कदम उठाया गया है. इसके तहत एनसीएच (NCH) ने 1000 से भी अधिक कंपनियों के साथ कन्वर्जेंस प्रोग्राम के तहत पार्टनरशिप की है.
नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (National Consumer Helpline) की तरफ से एक अहम कदम उठाया गया है. इसके तहत एनसीएच (NCH) ने 1000 से भी अधिक कंपनियों के साथ कन्वर्जेंस प्रोग्राम के तहत पार्टनरशिप की है. यह कंपनियां ई-कॉमर्स, ट्रैवल, टूरिज्म, प्राइवेट एजुकेशन, एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स, रिटेल आउटलेट, ऑटोमोबाइल, डीटीएच और बैंकिंग सेक्टर की हैं. इन कंपनियों से जुड़ी शिकायतों को सीधे उन्हें ट्रांसफर कर दिया जाएगा, ताकि ऑनलाइन समाधान निकाला जा सके.
एनसीएच के पार्टनर्स की संख्या 2017 में सिर्फ 263 थी, जो अब तक बढ़कर 1009 हो चुकी है. यह दिखाता है कि किस तरह ये पार्टनर एनसीएच की एफिशिएंसी को बढ़ाने में मददगार साबित हो रहे हैं. यह पार्टनरशिप सुनिश्चित करती है कि ग्राहकों की शिकायतें प्री-लिटिगेशन स्टेज पर ही सुलझा ली जाएं.
उपभोक्ता मामलों के विभाग के तहत राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (NCH) ने अपनी तकनीकी क्षमता को अपडेट कर एक नया कदम उठाया है, जिससे उपभोक्ताओं को उनकी शिकायतों का समाधान जल्द और प्रभावी तरीके से मिल सकेगा.
पिछले कुछ सालों में एनसीएच की कॉल-हैंडलिंग क्षमता में जबरदस्त वृद्धि हुई है. जनवरी 2015 में एनसीएच को कुल 14,795 कॉल्स मिली थीं, जबकि जनवरी 2024 में यह संख्या बढ़कर 1,41,817 कॉल्स तक पहुँच गई है, यानी इसमें लगभग दस गुना वृद्धि हुई है. यह वृद्धि उपभोक्ताओं के बढ़ते विश्वास को दिखाती है कि वह अपनी समस्याओं को हल करने के लिए हेल्पलाइन का सहारा ले रहे हैं.
वहीं, एनसीएच में शिकायतों की संख्या में भी बड़ा इजाफा हुआ है. 2017 में औसतन 37,062 शिकायतें दर्ज हो रही थीं, जो अब 2024 में बढ़कर 1,12,468 हो गई हैं. इसका मतलब यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हेल्पलाइन का उपयोग कर रहे हैं.