Ministry of Corporate Affairs: मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स को चाइनीज शेल कंपनियों के मामले में बड़ी सफलता हासिल हुई है. MCA ने देश में चाइनीज कम्पनियां बनाने वाले प्रमुख लोगों को गिरफ्तार किया है. मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स की तरफ से ऐसे 300 एंटिटी के खिलाफ एक्शन लिया गया जिन्होंने कथित तौर पर सैकड़ों चीनी मुखौटा कंपनियों को फर्जी निदेशक प्रदान किए हैं. इस संबंध में दिल्ली, गुरुग्राम, हैदराबाद, बेंगलुरू समेत कई शहरों में MCA की तरफ से छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. कॉर्पोरेट मंत्रालय के 25-30 अधिकारियों की तरफ से इस छापेमारी को अंजाम दिया है.

करीब 700 मामले दर्ज किए गए

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अप्रैल के महीने में कॉर्पोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री ने पूरे देश में ऐसी कंपनियों के खिलाफ करीब 700 मामले दर्ज किए थे. ये वे कंपनियां हैं जिनके डायरेक्टर और प्रमोटर चाइनीज नागरिक हैं. हालिया कार्रवाई के तहत  जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनलोगों ने देश में भर में कई शेल चाइनीज कंपनियां बनाई और देश से बाहर पैसा भेजने का काम किया. 

मास्टरमाइंड बिहार के बोधगया से गिरफ्तार

कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय ने देश में चाइनीज नागरिकों की कंपनियां खोलने में मदद करने वाले सरगना को गिरफ्तार किया. 3 दिन तक चली छापेमारी और कार्रवाई के बाद बिहार के बोधगया से गिरफ्तारी की गई है. कॉर्पोरेट मंत्रालय के एक दल ने गुरुग्राम में एक फर्जी फर्म के कार्यालय में तलाशी ली और चीन स्थित कई मुखौटा कंपनियों को “डमी” (फर्जी) निदेशक उपलब्ध कराने के आरोप में उसके दो निदेशकों के विरुद्ध मामला दर्ज किया.

गुरुग्राम में छापेमारी के बाद दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

पुलिस ने कहा कि आरोपियों में से एक चीनी नागरिक वान जुन अलीना और दूसरा हिमाचल प्रदेश का निवासी दोर्से है. अधिकारियों ने कहा कि दोर्से फरार है और वान के चीन में होने का अंदेशा है. उन्होंने कहा कि एमजी रोड पर स्थित टाइम्स टावर में जिलियन कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय पर गुरुवार और शुक्रवार को छापेमारी की गई. छापेमारी में कई दस्तावेज और मुखौटा कंपनियों से संबंधित सैकड़ों सील तथा स्टाम्प बरामद किये गए. पुलिस ने बताया कि आरोपी चीनी मुखौटा कंपनियों को भारत से “डमी” निदेशक उपलब्ध करा रहे थे.