भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी को लेकर बड़ी खबर आ रही है. जानकारी के मुताबिक, एंटीगुआ मेहुल चौकसी की नागरिकता रद्द कर उसे जल्द से जल्द भारत भेजेगा. यह बयान एंटीगुआ के प्रधानमंत्री की तरफ से आया है. भारत से फरार होने के बाद चौकसी फिलहाल एंटीगुआ में रह रहा है.

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एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टोन ब्रॉन (Gastone Browne) ने कहा कि चौकसी की एंटीगुआ और बरबूडा की नागरिकता बहुत जल्द रद्द की जाएगी. उन्होंने कहा कि वह अपने देश को अपराधियों के लिए सुरक्षित जगह नहीं बनने देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अपराधी को भी कानूनी हक होता है. उसके पास अभी भी कोर्ट जाने का रास्ता खुला है, लेकिन कानूनी प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा कर उसे हम कानूनी तरीके से ही भारत भेजेंगे.

पिछली सुनवाई में मुंबई हाईकोर्ट ने 1 जुलाई तक मेहुल चौकसी के वकीलों को उसकी लेटेस्ट हेल्थ रिपोर्ट जमा करने को कहा है. साथ ही स्पेशल डॉक्टरों की एक टीम भी बनाई गई, जो यह जांच करेगी कि क्या वह एयर एंबुलेंस से लाने के लिए फिट है या नहीं. स्पेशलिस्ट टीम 9 जुलाई तक कोर्ट में अपनी रिपोर्ट जमा करेगी. मामले की अगली सुनवाई 10 जुलाई को होगी.

मेहुल चौकसी नीरव मोदी 13,400 के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में देश से फरार चल रहे हैं. सीबीआई ने मेहुल चौकसी के खिलाफ पीएनबी की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरु की थी. हालांकि, पीएनबी ने सीबीआई को 29 जनवरी, 2018 को शिकायत दर्ज की थी लेकिन उससे पहले ही मेहुल चौकसी भारत से बाहर अमेरिका फ़रार हो चुका था. सीबीआई ने 16 मई को मेहुल चौकसी के खिलाफ मुबई की अदालत में चार्जशीट भी दाखिल की थी. ED भी इस मामले में मेहुल चौकसी की संपति जब्त कर 28 जून को चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. 

मेहुल चौकसी जुलाई, 2018 में अमेरिका से भाग कर एंटिगुआ चला गया और वहां की नागरिकता ले ली. ये जानकारी मिलने के बाद सीबीआई ने 3 अगस्त, 2018 को विदेश मंत्रालय के जरिये मेहुल चौकसी के पर्तयपर्ण के के लिये कहा था.