प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने आज आकाशवाणी (All India Radio) से 'मन की बात' (Mann Ki Baat) कार्यक्रम में देश-विदेश के लोगों के साथ अपने विचार साझा किए. इस मासिक रेडियो कार्यक्रम (Radio program) की यह 57वीं कड़ी थी. प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में देश के युवाओं से अपने मन की बात कही. उन्होंने पर्यावरण, एकता जैसे मुद्दों पर चर्चा की.

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'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) से एक नन्हीं बच्ची के पत्र को शामिल किया. खास बात ये थी कि इस बच्ची के सुझाव को पीएम मोदी ने आदेश मानते हुए उसे पालन करने की बात कही.

दरअसल, अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के रोइंग (Roing) से स्कूल में पढ़ने वाली एक अलिना तायंग ने प्रधानमंत्री को उनकी पुस्तक 'एग्जाम वॉरियर्स' (Exam Warriors) को लेकर पत्र लिखा. प्रधानमंत्री ने इस पत्र को अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में शामिल किया और उन्होंने पूरा पत्र पढ़कर भी सुनाया.

पत्र में अलिना तायंग लिखती हैं, 'इस बार जब मेरे एग्जाम का रिजल्ट आया, तो मुझे कुछ लोगों ने पूछा कि तुमने Exam Warriors किताब पढ़ी क्या? मैंने बताया कि यह पुस्तक तो मैंने नहीं पढ़ी. लेकिन बाद में यह किताब मैंने खरीदी और इसे 2-3 बार पढ़ा. इस किताब को पढ़ने के बाद मेरा अनुभव काफी अच्छा रहा.'

अलिना ने आगे लिखा, 'मुझे लगा कि अगर ये किताब मैंने एग्जाम से पहले पढ़ी होती तो मुझे काफी लाभ होता. मुझे इस किताब के कई पहलू बहुत अच्छे लगे. मैंने यह चीज भी देखी कि इस किताब में स्टूडेंट्स के लिए तो बहुत सारे मंत्र हैं, लेकिन पेरेंट्स और टीचर्स के लिए इस में ज्यादा कुछ नहीं है.'

 

अलिना ने पीएम मोदी (PM Modi) को सुझाव देते हुए लिखा, 'मैं चाहूंगी कि अगर आप किताब के नए एडिशन के बारे में कुछ सोच रहे हैं तो पेरेंट्स और टीचर्स को लेकर उसमें कुछ और मंत्र, कुछ और कंटेंट जरूर शामिल करें.' 

इस पत्र के जवाब में पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा, 'देखिए, मेरे युवा साथियों को भी भरोसा है कि देश के प्रधानसेवक (Pradhan Sevak) को काम बताएंगे तो हो ही जाएगा.' 

पीएम मोदी ने अलिना को धन्यवाद देते हुए कहा, 'मेरे नन्हें से विद्यार्थी मित्र, पहले तो पत्र लिखने के लिए आपका धन्यवाद, एग्जाम वारियर्स 2-3 बार पढ़ने के लिए धन्यवाद, और पढ़ते समय उसमें क्या-क्या कमी हैं, ये भी बताने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.'

 

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प्रधानमंत्री ने बच्ची की सलाह को आदेश मानते हुए कहा, 'मेरे नन्हें से मित्र ने मुझे काम भी सौंप दिया है, कुछ करने का आदेश भी दिया है, मैं जरूर आपके आदेश का पालन करूंगा. आपने जो कहा है कि अगर मैं नए एडिशन के लिए समय निकाल पाऊंगा, तो उसमें मैं जरूर पेरेंट्स के लिए, टीचर्स के लिए कुछ बातें लिखने का प्रयास करूंगा.' 

पीएम ने की यह अपील

प्रधानमंत्री ने लोगों से भी अपील करते हुए कहा, 'मैं आप सबसे आग्रह करूंगा कि क्या आप लोग मुझे मदद कर सकते हैं? रोजमर्रा की जिंदगी मैं आप क्या अनुभव करते हैं. उन्हें मेरे साथ सांझा कर सकते हैं.'

उन्होंने देश के स्टूडेंट्स, टीचर्स और पेरेंट्स से आग्रह किया कि स्ट्रेस फ्री एग्जाम से जुड़े पहलुओं को लेकर आपके जो अनुभव हैं उन्हें मेरे साथ सांझा करें. अपने सुझाव बताइए. मैं जरूर उनका अध्ययन करूंगा, और उसमें से जो मुझे अच्छा लगेगा, उसे मैं मेरे अपने शब्दों में अपने तरीके से जरूर लिखने का प्रयास करूंगा.