Mann ki baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  (PM Narendra modi) आज 93वीं बार मन की बात (Mann ki Baat) कर रहे हैं. उन्होंने सबसे पहले नामीबिया से देश में लाए गए चीतों का जिक्र किया. यहीं नहीं उन्होंने देश के सभी लोगों से चीतों को लेकर जो हम अभियान चला रहे हैं, आखिर, उस अभियान का नाम क्या होना चाहिए. उस पर जवाब देने को कहा है. पीएम मोदी का कहना है कि, 'अगर ये नामकरण traditional हो तो काफी अच्छा रहेगा, क्योंकि, अपने समाज और संस्कृति, परंपरा और विरासत से जुड़ी हुई कोई भी चीज, हमें, सहज ही, अपनी ओर आकर्षित करती है.'

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उन्होंने इस ऐपीसोड की शुरुआत चीतो के साथ की. उन्होंने कहा कि, 'पिछले दिनों जिस बात ने हम सब का ध्यान आकर्षित किया - वह है चीता. देश के कोने-कोने से लोगों ने भारत में चीतों के लौटने पर खुशियाँ जताई हैं. 130 करोड़ भारतवासी खुश हैं, गर्व से भरे हैं - यह है भारत का प्रकृति प्रेम है और एक task force बनी है. यह task force चीतों की monitoring करेगी और ये देखेगी कि यहां के माहौल में वो कितने घुल-मिल पाए हैं. इसी आधार पर कुछ महीने बाद कोई निर्णय लिया जाएगा, और तब आप, चीतों को देख पायेंगे.'

'मन की बात' के 93वें संस्करण को संबोधित कर रहे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (रविवार को) 'मन की बात' के 93वें संस्करण को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि चीतों के आने से देश के 130 करोड़ लोग खुश हैं, गर्व से भरे हुए हैं. यह भारत का प्रकृति प्रेम है.

हमें चीतों को देखने का अवसर कब मिलेगा ?

पीएम ने कहा कि, 'मैं आप सबको कुछ-कुछ काम सौंप रहा हूं, इसके लिए MyGov के platform पर, एक competition आयोजित किया जाएगा, जिसमें लोगों से मैं कुछ चीजें share करने का आग्रह करता हूं. चीतों को लेकर जो हम अभियान चला रहे हैं, आखिर, उस अभियान का नाम क्या होना चाहिए?.' पीएम ने कहा, 'वैसे ये नामकरण अगर traditional हो तो काफी अच्छा रहेगा, क्योंकि, अपने समाज और संस्कृति, परंपरा और विरासत से जुड़ी हुई कोई भी चीज, हमें, सहज ही, अपनी ओर आकर्षित करती है.'

पीएम मोदी ने की लोगों से अपील

'मेरी आप सभी से अपील है कि आप इस competition में जरुर भाग लीजिए - क्या पता इनाम स्वरुप चीते देखने का पहला अवसर आपको ही मिल जाए!'

पीएम ने किया दीनदयाल को याद

पीएम ने कहा कि, 'आज 25 सितंबर को देश के प्रखर मानवतावादी, चिन्तक और महान सपूत दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्मदिन मनाया जाता है. इसीलिए, उन्होंने ‘एकात्म मानवदर्शन’ और ‘अंत्योदय’ का एक विचार देश के सामने रखा जो पूरी तरह भारतीय था.दीनदयाल जी के विचारों की सबसे बड़ी खूबी यही रही है कि उन्होंने अपने जीवन में विश्व की बड़ी-बड़ी उथल-पुथल को देखा था.'

चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम अब से शहीद भगत सिंह एयरपोर्ट

'मन की बात' में पीएम मोदी ने ऐलान किया कि अब से चंडीगढ़ एयरपोर्ट (Chandigarh Airport), शहीद भगत सिंह (Shaheed Bhagat Singh) एयरपोर्ट के नाम से जाना जाएगा. लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी.

Sign Language की परेशानी को किया दूर- PM Modi 

भारत में बरसों से एक बड़ी दिक्कत ये थी कि Sign Language के लिए कोई स्पष्ट हाव-भाव तय नहीं थे न ही कोई मानक था. इन मुश्किलों को दूर करने के लिए ही वर्ष 2015 में Indian Sign Language Research and Training Center(ISLRT) की स्थापना हुई थी. मुझे खुशी है कि ये संस्थान अब तक दस हजार शब्द और Expressions की शब्दकोष तैयार कर चुका है.