महाराष्ट्र का एक बड़ा हिस्सा सूखे से जूझ रहा है. फसल चौपट हो गई है और लोग पीने के पानी के लिए ही बड़ा संघर्ष कर रहे हैं. सूखे के कारण लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने सूखा प्रभावित इलाकों के छात्रों की फीस माफ करने का फैसला लिया है.

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महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री आशीष शेलार ने कहा कि सरकार सूखा प्रभावित इलाकों से आने वाले छात्रों की फीस सीधा उनके बैंक खातों में डालने की मजबूत प्रणाली तैयार करेगा. 

प्रश्न काल के दौरान विधानसभा में शेलार ने कहा कि छात्रों के गांव के नाम और राजस्व संहिता के साथ ही उनकी बैंक खातों की जानकारी ली जाएगी और जहां भी सूखा घोषित किया जाएगा वहां छात्रों की फीस सीधे उनके खातों में भेज दी जाएगी. उन्होंने कहा कि फीस के अलावा लिखित परीक्षाओं के शुल्क, प्रायोगिक परीक्षाओं के शुल्क भी माफ कर दिए जाएंगे.

सदन में उठाए गए एक अन्य प्रश्न पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री मदन यरवार ने कहा कि पुणे जिले के लोनावाला हिल स्टेशन में लोकप्रिय 'मगनलाल चिक्की' (एक मीठा नाश्ता) दिसंबर 2018 में नियमित जांच के दौरान घटिया गुणवत्ता की पाई गई थी. इसके बाद उस पर जुर्माना लगा, उत्पादन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.