भारत में रूस की स्पूतनिक वी (Sputnik V) वैक्सीन का उत्पादन कर रही डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज (Dr Reddy's Laboratories) का बयान सामने आया है.  डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज (Dr Reddy's Laboratories)को उम्मीद है कि सितंबर-अक्टूबर के दौरान यह वैक्सीन मिलनी शुरू हो जायेगी. कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. भारत में स्पूतनिक वी (Sputnik V) को जल्द से जल्द लाने के लिए कई तरह की तैयारियां की जा रही है. 

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दवा निर्माता कंपनी डॉ रेड्डी के प्रमुख बाजारों के मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी एमवी रमन ने कहा कि रूस में कोविड-19 के नए मामलों में तेजी से स्पूतनिक वी की खुराक के भारत आने में देरी हो रही है. अगस्त के अंत तक स्थिति ठीक हो सकती है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्थानीय निर्माता वर्तमान में प्रौद्योगिकी को अपनाने और उत्पादन को बढ़ाने की प्रक्रिया में हैं. हमें उम्मीद है कि सितंबर-अक्टूबर के दौरान भारत में निर्मित स्पूतनिक वी वैक्सीन उपलब्ध होगी.

तेजी के साथ हो रही है स्पूतनिक वी वैक्सीन बनाने की तैयारी

डॉ रेड्डी ने दरअसल भारत में स्पुतनिक वी के उत्पादन के लिए रूस के प्रत्यक्ष निवेश कोष के साथ मई,2021 में करार किया था. रूस के प्रत्यक्ष निवेश कोष ने स्पूतनिक वी वैक्सीन के उत्पादन के लिए छह भारतीय दवा निर्माता कंपनियों के साथ समझौता किया हैं. इस करार के तहत डा रेड्डीज भारत में इस वैक्सीन के पहले 12.5 करोड़ खुराक बेचेगी. रमन ने बताया कि स्पूतनिक वी वैक्सीन को देशभर के 80 शहरों में टीकाकरण के लिए उतारा गया था और अभी तक 2.5 लाख लोगों को इसकी खुराक लगाई जा चुकी हैं. 

इस वजह से Sputnik V की है सबसे अधिक डिमांड

बताते चलें कि स्पूतनिक वी के बनाने वालों का दावा है कि इसकी प्रभावशीलता 91.6 फीसद है. वहीं विशेषज्ञों ने भी इस वैक्सीन को काफी इफेक्टिव माना है. इसे बनाना दूसरे वैक्सीन की तुलना में थोड़ा मुश्किल है क्योंकि इसके दो शॉट्स अलग-अलग प्रकार से बनाए जाते हैं. यही वजह है कि तेज गति से इसका उत्पादन नहीं किया जा सका है. हालांकि, भारत में अब कोरोना के हालात नियंत्रण में आ रहे हैं, लेकिन आने वाले समय को देखते हुए स्पूतनिक V को अधिक से अधिक मात्रा में देश में लाने की तैयारी करना फायदेमंद साबित हो सकता है.

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