कोरोना वायरस संक्रमण (coronavirus Outbreak) को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन 3.0 की अवधि 17 मई को खत्म होने जा रही है. लेकिन कोविड-19 संकट को देखते हुए देश में लॉकडाउन (Lockdown) अभी आगे भी बढ़ाया जाएगा. 

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मंगलवार की रात राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन-4 (Lockdown 4.0) पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा. उन्होंने कहा कि राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन-4 से जुड़ी जानकारी भी 18 मई से पहले दी जाएगी.

लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री कई बार राष्ट्र को संबोधित कर चुके हैं. कोरोना संकट में सबसे पहले उन्होंने 20 मार्च को राष्ट्र को संबोधित किया था. तब उन्होंने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था. 

 

इसके बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले 14 अप्रैल तक के लिए 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था. इसके बाद इसे बढ़ाकर 3 मई तक के लिए किया गया. तीन मई के बाद लॉकडाउन के तीसरे चरण को 17 मई तक लागू किया गया. 17 के बाद लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू होगा. हालांकि इस चरण में लोगों को काफी हद तक राहत दी जाएंगी.

20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान

प्रधानमंत्री ने कोरोना संकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि ये पैकेज भारत की जीडीपी का लगभग 10 फीसदी है. प्रधानमंत्री से साफ कहा कि कोरोना संकट से उबरने के लिए सरकार ने कुछ राहत पैकेज का ऐलान किया था, इनमें रिजर्व बैंक के फैसले भी शामिल थे, इन सभी को मिलाकर सरकार ने कुल 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है.

पीएम मोदी ने इस पैकेज को आत्मनिर्भर भारत अभियान नाम दिया है.

उन्होंने कहा कि कल बुधवार से लगातार 10 दिनों तक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आत्मनिर्भर भारत अभियान के पैकेज के बारे में विस्तार से बताएंगी.  उन्होंने कहा कि इस पैकेज के जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपए का संबल मिलेगा. 

 

20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा. इस पैकेज में लैंड (Land), लेबर (Labour), लिक्विडिटी (Liquidity) और लॉ (Laws) पर बल दिया गया है.

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उन्होंने कहा कि ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है.