Home Loan Interest Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने महंगाई को काबू में करने के लिए इस साल मई के बाद से रेपो रेट (Repo Rate) में 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी की है. इससे लोन की ईएमआई (EMI) भी बढ़ गई है. मासिक किस्त बढ़ने के बावजूद होम लोन (Home Loan) लेने वाले ग्राहकों द्वारा कर्ज की अदायगी पर असर पड़ने की संभावना नहीं है. रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) के अनुसार, Home Loan देने वाली कंपनियों के पास लोन अवधि बढ़ाने की गुंजाइश कम है. 

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मुख्य हाउसिंग लोन सेगमेंट में पहले से ही किस्तें भरने की लंबी अवधि है और लोन अवधि में एक और बढ़ोतरी से यह कर्ज लेने वालों के कुल जीवन से आगे निकल जाएगी.

बढ़ जाएगी होम लोन की EMI

ICRA के फाइनेंशिय सेक्टर की रेटिंग प्रमुख मनुश्री सागर ने कहा कि इसके कारण होम लोन के लिए मासिक किस्तें (EMI) 12 से 21% बढ़ जाएंगी. वहीं, अफोर्डेबल हाउसिंग लोन सेगमेंट के मामले में यह 8 से 13% बढ़ सकती हैं.

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चुकानें होंगे ज्यादा पैसे

उन्होंने कहा, ब्याज दरों में और बढ़ोतरी की संभावना है. इसलिए लेंडर्स के पास लोन अवधि बढ़ाने की सीमित गुंजाइश है. इस प्रकार EMI की राशि को बढ़ाना होगा और इसमें बदलाव करना होगा. हालांकि, इससे एचएफसी (HFC) के एसेट क्वालिटी इंडिकेटर्स पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है.

बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने बढ़ती महंगाई को काबू में करने के लिए इस साल मई के बाद से नीतिगत ब्याज दरों में 1.90 प्रतिशत की वृद्धि की है. इससे कर्ज लेने वालों द्वारा भुगतान की जाने वाली दरों में भी बढ़ोतरी हुई है.

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