कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में मोदी सरकार को घेरा, अरुण जेटली ने दिया ये जवाब
कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही मध्य प्रदेश की राजनीतिक उठापटक में व्यस्त हों, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने लोकसभा में मोदी सरकार को घेरने का मौका नहीं छोड़ा.
कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही मध्य प्रदेश की राजनीतिक उठापटक में व्यस्त हों, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने लोकसभा में मोदी सरकार को घेरने का मौका नहीं छोड़ा. उन्होंने संयुक्त रूप से मोदी सरकार पर GST और नोटबंदी (Demonetisation) को लेकर सवाल किए. उन्होंने पूछा कि क्या रिजर्व बैंक और कई जानेमाने अर्थशास्त्रियों ने जीएसटी और नोटबंदी को अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदेह बताया है. इस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि पूर्व आरबीआई गवर्नर और अर्थशास्त्रियों ने मीडिया में जीएसटी और नोटबंदी को लेकर जो बयान दिए हैं, उस पर सरकार कोई टिप्पणी नहीं कर सकती.
अरुण जेटली का जवाब
कमलनाथ और सिंधिया के सवालों का जवाब देते हुए अरुण जेटली ने कहा कि हालांकि नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को कई फायदे हुए हैं. उन्होंने बताया कि जीएसटी को रिकॉर्ड टाइम में लागू किया गया और इसके बाद जीडीपी में लगातार चार तिमाहियों के दौरान बढ़ोतरी हुई है.
कमलनाथ जल्द ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. इस पद के लिए दौड़ में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल थे. ये दोनों नेता लोकसभा के सदस्य हैं, इसलिए मध्य प्रदेश की राजनीति में सक्रिय होने के बावजूद लोकसभा में भी उनकी भूमिका बनी हुई है.
टैक्स कलेक्शन में बढ़ेतरी
कांग्रेस पार्टी के इन दोनों के सवालों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि नवंबर 2016 से मार्च 2017 के बीच आयकर विभान ने करीब 900 जगहों पर छापामारी की और 900 करोड़ रुपये से अधिक जब्त किए तथा 7900 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का पता चला.
उन्होंने बताया कि 2017-18 के दौरान शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो पिछले कई वर्षों के मुकाबले अधिक है. नोटबंदी के सकारात्मक असर के चलते ऐसा संभव हो सका.