PACL के बाद इस चिटफंड कंपनी के निवेशकों को मिलेगा रिफंड, खत्म होगा वर्षों का इंतजार
चिटफंड कंपनी पीएसीएल (PACL) के 6 करोड़ निवेशकों को उनका पैसा लौटाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद एक और चिटफंड कंपनी के निवेशकों के लिए अच्छी खबर आई है.
चिटफंड कंपनी पीएसीएल (PACL) के 6 करोड़ निवेशकों को उनका पैसा लौटाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद एक और चिटफंड कंपनी के निवेशकों के लिए अच्छी खबर आई है. निवेशकों के हितों की रक्षा करने वाली सरकारी संस्था इंवेस्टर्स एजुकेशन एंड प्रोटेक्शन फंड अथॉरिटी (IEPFA) ने पीयरलेस (Peerless) जनरल फिनांस एंड इनवेस्टमेंट कंपनी से 1514 करोड़ रुपये वसूलने में कामयाबी हासिल की है. IEPFA कॉरपोरेट मंत्रालय के तहत काम करने वाली संस्था है.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि पीयरलेस द्वारा IEPFA ट्रांसफर की गई यह राशि पिछले 15 साल से निवेशकों के कुल जमा मूलधन के बराबर है. समाचार एजेंसी आईएएनएस ने वित्त मंत्रालय के हवाले से बताया, 'एक बड़ी कामयाबी के तहत आईईपीएफए ने पीयरलेस जनरल फिनांस एंड इनवेस्टमेंट कंपनी से 1514 करोड़ रुपये का डिपॉजिट हासिल कर लिया है. जमाकर्ताओं का पैसा कंपनी के पास 15 साल से पड़ा था.'
इससे पहले रिजर्व बैंक ने पीयरलेस को निर्देश दिया था कि कंपनी ये पैसा आईईपीएफए के हवाले करे. हालांकि पीयरलेस ने इस आदेश पर कोलकाता हाई कोर्ट से स्टे हासिल कर लिया. इस फंड को हासिल करने पर 2007 से स्टे लगा था.
आईईपीएफए के संज्ञान में ये मामला दिसंबर 2018 में आया और संस्था के सक्रिय हस्तक्षेप के चलते बहुत कम समय में निवेशकों का पैसा पीयरलेस से वसूल लिया गया. इस धनराशि में से करीब आधी ऐसे निवेशकों की है, जिन्होंने 2000 रुपये से कम जमा किए थे. इसमें से सबसे अधिक 1.49 करोड़ जमाकर्ता पश्चिम बंगाल के हैं.
अथॉरिटी अब ये धनराशि निवेशकों को लौटाने की प्रक्रिया शुरू करेगी. इसके लिए मई 2019 तक एक वेबसाइट और मोबाइल ऐप तैयार किया जाएगा. जहां निवेशक रिफंड के लिए दावे कर करते हैं. ये पैसे पीयरलेस की डिपॉजिट और चिटफंड स्कीम में जमा किए गए थे.