भारत में अरबपतियों की संख्या में भारी गिरावट आई है. साल 2018 के अंत तक इसमें 10.9 प्रतिशत की गिरावट आई और अरबपतियों की संख्या सिर्फ 106 रह गई. ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विस कंपनी यूबीएस (UBS) और कंसल्टिंग फर्म पीडब्ल्यूसी (PWC) ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है. इस महीने छपी ताजा अरबपतियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2018 में भारतीय अरबपतियों की संपत्ति में भी 8.6 प्रतिशत की गिरावट आई है. कुल संपत्ति 405.3 अरब डॉलर की रह गई है.

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रिपोर्ट में अरबपतियों की संख्या घटने की वजह आर्थिक अनिश्चितता और वित्तीय दबाव बताई गई है. लाइवमिंट की खबर के मुताबिक, इसमें बताया गया है कि कुल भारतीय अरबपतियों में करीब 58 प्रतिशत लोग खुद अपने दम पर यह मुकाम हासिल किया है. पूरी दुनिया में अरबपतियों के धन में बढ़ोतरी में साल 2018 में गिरावट आई है. खासकर चीन और भारत समेत पूरे एशिया प्रशांत रीजन में असर हुआ है.   

इसी तरह, अरबपतियों के धन में 4.3 प्रतिशत की गिरावट (8.4 ट्रिलियन) की गिरावट देखी गई. इसके पीछे मजबूत होता अमेरिकी डॉलर (US Dollar), कारोबार विवाद, कम आर्थिक विकास का डर और फाइनेंशियल मार्केट मुख्य कारण हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2018 बेहद चुनौतीपूर्ण साल रहा, क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार लगातार बढ़ता चला गया. हालांकि, अगर आप साल 2013 से 2018 के समय को देखें तो अरबपतियों की संपत्ति में इसके पिछले पांच साल के मुकाबले 34.5 प्रतिशत बढ़ी है. 

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इस रिपोर्ट में 43 देशों के अरबपतियों को शामिल किया गया है. इसमें कहा गया है कि चीन में अरबपतियों की संख्या 48 कम होकर अब 325 रह गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल के अंत तक महिला अरबपतियों की संख्या 46 प्रतिशत बढ़कर 233 हो गई है, जबकि पुरुष अरबपतियों की संख्या 39 प्रतिशत बढ़ी है.