BrahMos missiles Deal: भारत और फिलीपींस के बीच ब्रह्मोस मिसाइल को लेकर सौदा हो गया. भारत के ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड (BAPL) ने फिलिपींस को तट बेस्ड एंटी शिप मिसाइल सिस्टम की सप्लाई के लिए शुक्रवार को रिपब्लिक ऑफ फिलिपींस (Republic of Philippines) के नेशनल डिफेंस विभाग के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट किया. रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी.

डिफेंस एक्सपोर्ट को मिलेगा बढ़ावा

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BAPL भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह कॉन्ट्रैक्ट भारत सरकार की जिम्मेदार डिफेंस एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने की नीति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.

 

ये ब्रह्मोस मिसाइल फिलिपींस अपने नौसेना के लिए खरीद रहा है. सौदे पर हस्ताक्षर करने के समय ब्रह्मोस के सीईओ अतुल डी राणे, डिप्टी सीईओ संजीव जोशी, लेफ्टिनेंट कर्नल आर नेगी और प्रवीण पाठक के नेतृत्व में ब्रह्मोस एयरोस्पेस (BrahMos Aerospace) की भारतीय टीम मौजूद थी.

375 मिलियन डॉलर का सौदा

इस महीने की शुरुआत में फिलिपींस ने BAPL के 374.9 मिलियन डॉलर के प्रपोजल को फिलिपींस नौसेना के लिए तटीय बेस्ड एंटी शिप मिसाइल सिस्टम (Shore Based Anti-Ship Missile System) की सप्लाई के लिए स्वीकार कर लिया.

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पिछले कुछ महीनों से लगातार DRDO और BAPL मित्र देशों को इन मिसाइल का एक्सपोर्ट करने पर जोर दे रहे हैं.

अन्य देशों के साथ हो रही बात

BrahMos एक्सपोर्ट ऑर्डर इस सेक्टर में सबसे बड़ा ऑर्डर होगा और इससे भारत के हथियार निर्यात के आगे बढ़ने की संभावना है, क्योंकि इस मिसाइल के लिए अन्य मित्र देशों से भी ऑर्डर आने की उम्मीद है. कुछ अन्य देशों के साथ भी बातचीत अंतिम चरण में है.

गौरतलब है कि एक्स्ट्रा रेंज और अन्य आधुनिक तकनीक को शामिल किए जाने के बाद ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos missiles) और भी अधिक कैपेबल हो गई है.