Independence Day 2022: देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से पूरे देश को संबोधित किया. इस बार प्रधानमंत्री मोदी हर घर तिरंगा (Har ghar tiranga) थीम पर तिरंगे के रंग वाली पगड़ी पहनी. इसके साथ ही प्रधानमंत्री की स्पीच एक और मायने में खास रही. पीएम मोदी ने इस बार लाल किले की प्राचीर से जो 82 मिनट का भाषण दिया, उसमें किसी तरह के टेलीप्रॉम्पटर यानी कि टीपी का इस्तेमाल नहीं किया. बल्कि इस बार उन्होंने कागज पर बनाए नोट्स देखकर पूरा भाषण पढ़ा. आइए जानते हैं पीएम के स्पीच की 10 बड़ी बातें जिन्हें प्रधानमंत्री ने आज कहा.

प्रधानमंत्री के स्पीच की 10 बड़ी बातें

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1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि हमारा देश गांधीजी, भगत सिंह, राजगुरु, रामप्रसाद बिस्मिल, रानी लक्ष्मी बाई, सुभाष चंद्र बोस और अन्य सभी स्वतंत्रता सेनानियों का आभारी है जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी. हम न केवल उन लोगों को सलाम करते हैं जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि स्वतंत्र भारत के निर्माता जैसे जवाहरलाल नेहरू, राम मनोहर लोहिया और सरदार वल्लभभाई पटेल समेत अन्य के भी आभारी हैं.

2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लोगों के बीच एकता का आह्वान करते हुए कहा कि कभी-कभी देश की प्रतिभा अपनी भाषा बाधाओं से प्रतिबंधित होती है. उन्होंने देशवासियों से हर भाषा पर गर्व करने का आग्रह किया. पीएम मोदी ने कहा, "कभी-कभी हमारी प्रतिभा भाषा की बाधाओं से प्रतिबंधित होती है. यह साम्राज्यवाद का एक उदाहरण है. हमें अपने देश की हर भाषा पर गर्व करने की आवश्यकता है. जब हम अपनी जड़ों से जुड़े होते हैं, तभी हम ऊंची उड़ान भर सकते हैं, और जब हम ऊंची उड़ान भरेंगे, हम पूरी दुनिया को समाधान प्रदान करेंगे."

3. प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती (natural farming) भारत को नई ताकत देगी. उन्होंने कहा, "हरित नौकरियों (Green Jobs) के सृजन के साथ रोजगार के कई अवसर खुले हैं." पीएम ने कहा, "जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान - 75 साल पूरे होने पर हमें इस मंत्र का पालन करने की जरूरत है जो हमें लाल बहादुर शास्त्री द्वारा दिया गया था और बाद में अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे संशोधित किया था."

4. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार की बुराइयों को निशाने पर लिया और उनसे लड़ने के लिए लोगों का सहयोग मांगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को अपनी मानसिकता को "भाई-भतीजावाद" और परिवारवाद (भाई-भतीजावाद) से हटाने की जरूरत है और उन नागरिकों को अवसर देना चाहिए जो इसके लायक हैं. 

5. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से राष्ट्र के विकास के लिए अपने जीवन के अगले 25 वर्ष समर्पित करने का आग्रह किया और इसे पूरा करने के लिए पांच संकल्पों पर प्रकाश डाला. प्रधानमंत्री ने कहा, "जब सपने बड़े होते हैं, तो कड़ी मेहनत भी उतनी ही कठिन होती है. हमें स्वतंत्र भारत का सपना देखने वाले अपने स्वतंत्रता सेनानियों के संकल्प और दृढ़ संकल्प से प्रेरित होने की जरूरत है. मैं युवाओं से अगले 25 वर्षों को समर्पित करने का आग्रह करता हूं. हम पूरी मानवता के विकास की दिशा में भी काम करेंगे। यही भारत की ताकत है."

6. 'हर घर तिरंगा' अभियान का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'पिछले तीन दिनों में देखे गए तिरंगे के लिए देश के उत्साह की कल्पना कई विशेषज्ञों ने नहीं की होगी और यह देश के पुन: जागरण का प्रतीक है.

7. पीएम मोदी ने नागरिकों से 'पंचप्राण' पर ध्यान देने को भी कहा. उन्होंने कहा, "आने वाले वर्षों में, हमें 'पंचप्राण' पर ध्यान देना होगा- पहला, विकसित भारत के बड़े संकल्प और संकल्प के साथ आगे बढ़ना है, दूसरा, दासता के सभी निशान मिटाना है, तीसरा, हमारी विरासत पर गर्व करना है, चौथा, एकता की ताकत और पांचवां, नागरिकों के कर्तव्य जिनमें प्रधान मंत्री और मुख्यमंत्री शामिल हैं.

8. पीएम मोदी ने लाल किले से अपने भाषण में डिजिटल इंडिया का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, "आज हम डिजिटल इंडिया पहल देख रहे हैं, देश में स्टार्टअप बढ़ रहे हैं और टियर 2 और 3 शहरों से बहुत सारी प्रतिभाएं आ रही हैं. हमें अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना होगा." पीएम मोदी ने कहा कि भारत का "टेकेड" यहां है क्योंकि सरकार 5G, सेमीकंडक्टर निर्माण और ऑप्टिकल फाइबर केबल जैसी तकनीकों पर ध्यान केंद्रित कर रही है. पीएम मोदी ने कहा कि ये प्रौद्योगिकियां जमीनी स्तर पर क्रांति लाएंगी

9. पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को महिलाओं का अनादर बंद करने का संकल्प लेने का एक शक्तिशाली संदेश दिया. उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि भाषण और आचरण में, हम ऐसा कुछ भी नहीं करते जिससे महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचे." "मेरा हर भारतीय से एक अनुरोध है. क्या हम रोजमर्रा की जिंदगी में अपनी महिलाओं के प्रति मानसिकता को बदल सकते हैं. नारी शक्ति का गौरव भारत के सपनों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने भाषण और आचरण में कुछ भी न करें. जो महिलाओं की गरिमा को कम करता है. महिलाओं का सम्मान भारत के विकास का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है. हमें अपनी 'नारी शक्ति' का समर्थन करने की आवश्यकता है." 

10. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से खेलों का समर्थन करने और बढ़ावा देने का आग्रह किया और हाल ही में संपन्न राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में भारत के शानदार प्रदर्शन की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में हमारे शानदार प्रदर्शन भारत की चमकदार प्रतिभा का एक उदाहरण हैं. हमें ऐसे प्रतिभाओं को बढ़ावा देने की जरूरत है."