रिपोर्ट : विशाल सिंह रघुवंशी

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भारत में 'अन्न दाता' (किसान) को अब कीड़ों से खराब होने वाली अपनी फसल के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा क्योंकि कानपुर IIT के वैज्ञानिकों ने 1 ऐसा आविष्कार किया है, जो किसानो के लिए किसी चमत्‍कार से कम नहीं. किसानों की मदद करने के लिए यहां के वैज्ञानिकों ने 1 एग्रो हेलीकाप्टर ड्रोन (Helicopter Drone) का आविष्कार किया है, जो खेतो में मौजूद खराब होती फसलों को चिन्हित करके उन पर पेस्टीसाइड्स (Pesticide) का छिड़काव करेगा. 

आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर अभिषेक के मुताबिक एग्रो हेलीकाप्टर ड्रोन की खासियत यह है कि यह उसी जगह छिड़काव करेगा, जहां कीड़े लगें होंगे. इससे बाकी बची फसलों पर छिड़काव करने की समस्या से किसानों को निजात मिल जाएगी. आईआईटी के वैज्ञानिकों ने इस ड्रोन में मल्टीस्पेक्ट्रल कैमरे लगाए हैं ताकि यह ड्रोन आराम से खराब होती फसलों को ढूंढ़ सके.

इस एग्रो हेलीपॉटर ड्रोन को खेती के कई पहलुओं को देखते हुए डिजाइन किया है, जिसमे किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या फसलों को खराब करने वाले आवारा जानवरो की है. ऐसे में यह ड्रोन खेत में घुस आए जानवारो को मॉनिटर भी करेगा और ड्रोन उड़ने की आवाज़ से जानवर डरकर भाग जाएंगे. इसके लिए तेज आवाज भी निकालेगा. इस ड्रोन की खास बात यह है की यह 10 किलो की मात्रा की कीटनाशक दवा एकसाथ अपने अंदर मौजूद टैंक में भरकर खेतो में छिड़काव कर सकता है.

प्रोफेसर अभिषेक ने बताया कि वैज्ञानिकों का इस एग्रो हेलीकाप्टर ड्रोन बनाने के पीछे जहां एकतरफ किसानों की मदद करना है, वहीं पर्यावरण का स्तर अच्छा करना भी है क्योंकि पूरे खेत में कीटनाशक दवाओं के छिड़काव से इस पर पर खराब असर पड़ता है. आईआईटी के एयरोस्पेस विभाग में बने इस ड्रोन को जल्द ही किसानों की मदद के लिए दिया जाएगा ताकि किसान जल्द ही इसका लाभ पा सकें.