हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से नहीं होगा कोरोना पर असर? फ्रेंच स्टडी में सामने आई चौंकाने वाली बात!
महामारी की एमरजेंसी में USFDA ने भी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को मंजूरी दे दी थी. इसके बाद कई देशों ने भारत से इस दवा को इंपोर्ट किया है. लेकिन, अब एक चौंकाने वाली बात सामने आई है.
कोरोना वायरस के वैक्सीन और दवा को लेकर कई देशों में ट्रायल चल रहे हैं. कई तरह की स्टडी भी की जा रही है. क्लीनिकल ट्रायल तक होने की बात सामने आई है. हालांकि, अभी तक कोई भी देश किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंचा है. पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के इलाज में मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को कारगार माना गया था. महामारी की एमरजेंसी में USFDA ने भी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को मंजूरी दे दी थी. इसके बाद कई देशों ने भारत से इस दवा को इंपोर्ट किया है. लेकिन, अब एक चौंकाने वाली बात सामने आई है.
फ्रेंट स्टडी में दावा किया गया है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से कोरोना पर कोई असर नहीं होगा. दरअसल, USFDA ने जो मंजूरी दी थी, वो टेस्टिंग के लिए दी थी. इसका ये मतलब नहीं था कि डॉक्टर्स मरीजों को यह दवा देना शुरू कर दें. ज़ी बिज़नेस की रिसर्च टीम के मुताबिक, फार्मा कंपनियों के पास हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की जो डिमांड आई है. वो भी टेस्टिंग के लिए ही दवा का इस्तेमाल किया जा रहा है. चीन, स्पेन, इटली और फ्रांस में सबसे ज्यादा केस आने के बाद दवा की टेस्टिंग शुरू की गई थी. लेकिन, सभी रिजल्ट्स निगेटिव आते दिख रहे हैं.
दवा से कोरोना का इलाज नहीं
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से कोरोना ठीक होने की पुष्टि नहीं की गई है. दवा का इस्तेमाल सिर्फ टेस्टिंग के तौर पर हो रहा है. वहीं, मरीजों को भी बहुत कम मात्रा में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दी जा रही है. हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस दवा को गेम चेंजर बताया था. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का बड़ा ऑर्डर भी दिया है. लेकिन, कई देशों में की गई स्टडी में अभी तक इलाज के लिए इसके इस्तेमाल की पुष्टि नहीं की गई है.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
कई देशों से आई थी डिमांड
मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की डिमांड पिछले दो हफ्तों में तेजी से बढ़ी है. अमेरिका के बाद दूसरे देशों ने भी इसे इंपोर्ट किया है. ब्राजील ने तो दवा पहुंचाने के लिए भारत का शुक्रिया अदा भी किया था. लेकिन, फिलहाल ऐसी कोई पुख्ता जानकारी किसी भी देश से नहीं मिली है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से कोरोना का इलाज हो सकता है. हालांकि, वैज्ञानिकों ने यह जरूर माना था कि कोरोना और मलेरिया के लक्षणों में समानता दिखी है यही वजह है कि इस दवा को इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि, अमेरिका में इसे मरीजों को भी दिया गया है.