बिजली बिल कम करने का है यह बेहतर फॉर्मूला, Lockdown में होगी डबल बचत
क्या आपके घर में Smart meter लगा है और आप उसे Prepaid में बदलवाना चाहते हैं तो यह खबर आपके काम की है. बिजली मंत्रालय के अधीन PSU EESL ने इसका आसान तरीका बताया है.
क्या आपके घर में Smart meter लगा है और आप उसे Prepaid में बदलवाना चाहते हैं तो यह खबर आपके काम की है. बिजली मंत्रालय के अधीन PSU EESL ने इसका आसान तरीका बताया है. कंपनी के मुताबिक ग्राहक को मीटर prepaid कराने के लिए EESL के दफ्तर में संपर्क करना होगा. स्मार्ट मीटर को prepaid में कन्वर्ट करने के लिए एक रिमोट बटन की जरूरत होती है. इससे यह फौरन ही उसमें कन्वर्ट हो जाता है.
बता दें कि prepaid meter का फायदा यह है कि ग्राहक जितना रिचार्ज कराएगा, वह उतनी ही बिजली खर्च सकेगा. रिचार्ज के हिसाब से 24 घंटे बिजली मिलेगी.
कैसे करता है काम
Prepaid Smart Meter में एक ऐसी डिवाइस लगी होती है, जो मोबाइल टावर्स से बिजली कंपनियों में लगने वाले रिसीवर तक सिग्नल पहुंचाता है. इससे बिजली कंपनियों के दफ्तरों से मीटर की रीडिंग की निगरानी संभव हो जाती है.
बता दें कि बिजली चोरी रोकने के लिए 1 अप्रैल से हरेक घर में प्रीपेड मीटर लगाना अनिवार्य हो चुका है. केंद्र सरकार ने 2022 का लक्ष्य रखा है, जिसके बाद लोगों को बिना मीटर को रिचार्ज कराए घर में बिजली की सप्लाई नहीं मिलेगी.
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Lockdown में EESL जैसी कंपनियों को 95 प्रतिशत बिल तैयार करने में मदद मिल रही है. एनर्जी इफीशिएंसी सर्विसेज लि. के मुताबिक जो वितरण कंपनियां स्मार्ट मीटर इस्तेमाल कर रही हैं, उनकी इनकम प्रति ग्राहक औसतन 15 से 20 प्रतिशत बढ़ी है. स्मार्ट मीटर कार्यक्रम कंपनी के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है.
बयान के मुताबिक ग्राहकों की सुविधा और बिजली खपत को बेहतर बनाने के लिए अबतक 12,06,435 स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, नई दिल्ली का NDMC इलाका और बिहार में कमश: 9.84 लाख, 1.23 लाख, 57,000 और 28,000 स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं.
बिहार पहला राज्य है जहां करीब 28,000 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए गए हैं. ग्राहक औसतन 20 रुपये रोजाना के हिसाब से अपने प्रीपे स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कर रहे हैं. EESL के मुताबिक इससे वितरण कंपनियों को आय के मोर्चे पर लाभ हुआ है.