Tamil Nadu Rain: तमिलनाडु में बाढ़ जैसी स्थिति, CM एमके स्टालिन ने PM मोदी से आपदा राहत कोष प्रदान करने का किया अनुरोध
Tamil Nadu Rain: तमिलनाडु में कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिल रही है. तमिलनाडु में भारी बारिश को देखते हुए तिरुनेलवेली जिले के सभी स्कूलों और कॉलेजों में कल छुट्टी की घोषणा कर दी गई है.
Tamil Nadu Rain: तमिलनाडु में बाढ़ जैसी स्थिति, CM एमके स्टालिन ने PM मोदी से आपदा राहत कोष प्रदान करने का किया अनुरोध
Tamil Nadu Rain: तमिलनाडु में बाढ़ जैसी स्थिति, CM एमके स्टालिन ने PM मोदी से आपदा राहत कोष प्रदान करने का किया अनुरोध
Tamil Nadu Rain: तमिलनाडु में कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिल रही है. तमिलनाडु में भारी बारिश को देखते हुए तिरुनेलवेली जिले के सभी स्कूलों और कॉलेजों में कल छुट्टी की घोषणा कर दी गई है. 18 दिसंबर को भारी बारिश के कारण थूथुकुडी के कई हिस्से जलमग्न हो गए, जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
कई जगहों पर राहत बचाव कार्य जारी
शहर के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ ने वाहनों की वाजाही को बाधित कर दिया है क्योंकि भारी बारिश से जीवन और संपत्ति पर असर पड़ रहा है. थूथुकुडी, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी में भारी बारिश के कहर के बाद तिरुनेलवेली में बचाव अभियान चल रहा है. दक्षिणी रेलवे के अनुसार, सभी फंसे हुए यात्रियों के लिए वांची मनिचची स्टेशन से चेन्नई के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी. पिछले 24 घंटों में इस क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण दक्षिणी तमिलनाडु गंभीर बाढ़ संकट का सामना कर रहा है. राज्य और केंद्र सरकार ने प्रभावित लोगों की मदद के लिए बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान शुरू किया.
#WATCH | Tamraparni river flowing through Tirunelveli flooded due to heavy rains in the last few days#TamilNadu pic.twitter.com/cM3ykY69tu
— ANI (@ANI) December 20, 2023
आपदा राहत कोष प्रदान करने का अनुरोध
आपदा राहत कोष प्रदान करने का अनुरोध तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और दक्षिणी जिलों में भारी बारिश से हुए नुकसान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और आपदा राहत कोष प्रदान करने का अनुरोध याचिका दी. टीएन सीएम ने कहा कि दक्षिणी जिलों में भारी बारिश से जो नुकसान हुआ है, वह 100 साल के इतिहास में नहीं देखा गया. इसलिए तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी और तेनकासी जिलों के लिए आजीविका सहायता के लिए आपदा राहत कोष से 2000 करोड़ रुपये दिए जाने की जरूरत है.
Tamil Nadu Chief Minister MK Stalin met Prime Minister Narendra Modi and gave a request petition to declare the damage caused by the Michaung storm and the heavy rainfall in the southern districts as a national calamity and to provide a disaster relief fund.
— ANI (@ANI) December 19, 2023
TN CM has said that… pic.twitter.com/IwUJe5pU8a
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बारिश से 10 लोगों की मौत
दक्षिणी तमिलनाडु में बारिश से 10 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ के कारण परिवार और कई ट्रेन से भरे लोग कई दिनों तक फंसे रहे. हालांकि मंगलवार को लगातार बारिश से थोड़ी राहत मिली. तमिलनाडु के मुख्य सचिव शिव दास मीना ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा भारी बारिश का पूर्वानुमान 'गलत' था क्योंकि कुछ ही समय में प्रभावित जिलों में अत्यधिक भारी बारिश हुई थी. बारिश के कारण तिरुनेलवेली और तूतीकोरिन जिलों में दस लोगों की मौत हो गई है. कुछ की जान दीवार गिरने से गई, तो कुछ की मौत बिजली का करंट लगने से हुई. ट्रेन में फंसे लोगों को बचाया गया दक्षिणी रेलवे ने कहा कि भारी बाढ़ वाले श्री वैकुंठम में फंसे सभी 809 रेल यात्रियों को मंगलवार को बचा लिया गया है. उन्हें पास के वांची मनियाची रेलवे स्टेशन ले जाया गया, जहां से उन्हें चेन्नई ले जाने के लिए एक विशेष ट्रेन निर्धारित है.
बारिश में फंसे लोगों को पहुंचाया गया भोजन
मुख्य सचिव ने कहा कि नौसेना, वायु सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल सहित केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों के लगभग 1,343 कर्मी राज्य के दक्षिणी हिस्सों में बचाव और राहत अभियान कार्य में शामिल थे. अब तक हमने 160 राहत शिविर बनाए हैं और इन राहत शिविरों में लगभग 17,000 लोगों को रखा गया है. लोगों को लगभग 34,000 भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं और हम कुछ गांवों तक नहीं पहुंच सकते क्योंकि जलस्तर अभी भी कम नहीं हुआ है. पीड़ितों तक 13,500 किलोग्राम भोजन पहुंचाया गया इस राहत कार्य में नौ हेलीकॉप्टर लगाए गए और उनके जरिए फंसे हुए पीड़ितों तक 13,500 किलोग्राम भोजन पहुंचाया गया. इससे पहले, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मंगलवार सुबह केंद्र से अधिकतम संख्या में हेलीकॉप्टरों की तैनाती का आग्रह किया था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर स्टालिन ने कहा कि मंगलवार सुबह तक वायु सेना के चार हेलीकॉप्टर, नौसेना और तटरक्षक बल के दो-दो हेलीकॉप्टर फंसे हुए लोगों को बचाने और फंसे हुए लोगों के लिए भोजन सामग्री गिराने के लिए तैनात किए गए थे.
09:46 AM IST