राज्यसभा में बोलीं वित्त निर्मला सीतारमण, 'अर्थव्यवस्था को कांटों से भरी झाड़ी में फंसी साड़ी की तरह सही सलामत निकाला'
Nirmala Sitharaman Rajya Sabha Speech: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ससंद में यूपीए सरकार के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था पर श्वेत पेश किया था. राज्यसभा में श्वेत पत्र पर चली बहस पर वित्त मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत झाड़ी में फंसी साड़ी जैसी थी.
Nirmala Sitharaman Rajya Sabha Speech: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में यूपीए सरकार के 10 साल के कार्यकाल पर अर्थव्यवस्था की खराब हालत पर व्हाइट पेपर पेश किया. लोकसभा के बाद राज्यसभा में व्हाइट पेपर पर जवाब दे रही हैं. यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि दस साल की कड़ी मेहनत के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर आ पाई है, भारत आज दुनिया की पांच शीर्ष अर्थव्यवस्था में शामिल हुआ है और आने वाले समय में शीर्ष तीन में शामिल होगा .
Nirmala Sitharaman Rajya Sabha Speech: 10 साल की कड़ी मेहनत के बाद पटरी पर आई अर्थव्यवस्था
वित्त मंत्री सीतारमण ने राज्यसभा में कहा, 'एक निर्वाचित सरकार होने के नाते यह हमारा दायित्व है कि हम आम जनता को और संसद को पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के कार्यकाल की और वर्तमान सरकार के कार्यकाल की अर्थव्यवस्था की वास्तविक तस्वीर बताएं. नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को विरासत में खस्ताहाल, भ्रष्टाचार से प्रभावित अर्थव्यवस्था मिली थी. 10 साल की कड़ी मेहनत के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर आ पाई है, भारत आज दुनिया की पांच शीर्ष अर्थव्यवस्था में शामिल हुआ है और आने वाले समय में शीर्ष तीन में शामिल होगा.'
Nirmala Sitharaman Rajya Sabha Speech: कांटों में फंसी साड़ी जैसी थी अर्थव्यवस्था, दो पटरियों पर चल रहे थे
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि सरकार ने पिछले दस साल में देश की अर्थव्यवस्था को कांटों में फंसी साड़ी की तरह सही-सलामत निकालकर भविष्योन्मुखी सुधारों की राह पर चलाने का प्रयास किया है. यदि यह श्वेत पत्र पहले लाया जाता तो लोगों एवं निवेशकों का अपने देश, अर्थव्यवस्था और संस्थानों पर विश्वास डोलने लगता. ‘हम दो पटरियों पर चल रहे थे। एक थी- अर्थव्यवस्था को दुरूस्त करना, पूर्व के गलत कामों को सही करना, अड़चनों को दूर करना.'
Nirmala Sitharaman Rajya Sabha Speech: गुड़ को गोबर करना कांग्रेस की मास्टरी, पीएम मोदी योजना की करते हैं निगरानी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमें एक साफ-सुथरा, जवाबदेह प्रशासन चाहिए, संविधान से इतर निकाय से संचालित होने वाला प्रशासन नहीं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विकास परियोजनाओं की निगरानी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ तो करते ही हैं, खुद भी निजी तौर पर इनकी निगरानी करते हैं. वहीं, गुड़ को गोबर करने में इनकी (कांग्रेस की) मास्टरी है. आज जब हम श्वेत पत्र ला रहे हैं, तो ऐसा इसलिए है क्योंकि हम अर्थव्यवस्था को एक निश्चित स्तर पर ले आए हैं.'