देश के सभी हाईवे पर 15 दिसंबर से फास्टैग (FASTag) अनिवार्य हो गया है . अब अगर आपकी गाड़ी में फास्टैग नहीं होगा तो टोल पार करने के लिए लगभग दो गुना चार्ज देना होगा. हर टोल पर फास्टैग वाली गाड़ियों के लिए स्पेशल लेन भी बनाई गई हैं.
 
जल्‍द लगवा लें फास्‍टैग
फास्टैग उपलब्ध कराने के लिए NHAI और बैंक, दोनों ने मिलकर देशभर में लगभग 27 हजार सेंटर बनाए हैं, जहां से आप अपनी गाड़ियों पर फास्टैग लगवा सकते हैं. अगर आप NHAI के अलावा कहीं और से इसे लगवाते हैं तो आपको चार्ज देना होगा. देश के लगभग सभी बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंक जैसे SBI, ICICI, HDFC, AXIS BANK से फ़ास्ट टैग ले सकते हैं. अमेज़न से भी ऑनलाइन फास्टैग खरीद सकते हैं. PAYTM के जरिये भी फ़ास्ट टैग खरीदा जा सकता है.बड़े पेट्रोल पंप पर भी फास्टैग खरीदने की सुविधा है. NHAI की ओर से फास्टैग की फ्री सुविधा के लिए सभी टोल प्लाजा पर बिक्री केंद्र लगाए गए हैं. 

ढाई फीसदी कैश बैक

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इस समय FASTag 400 से 500 रुपए में उपलब्ध है. इसे ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है. इसमें 100 रुपए फास्ट टैग की कीमत, 200 रुपए रिफंडेबल सिक्योरिटी राशि और 200 रुपए का रिचार्ज शामिल है. इसकी वैलिडिटी लाइफटाइम रहेगी. वहीं हर ट्रांजेक्शन पर ढाई फीसदी कैश बैक भी वाहन चालक को मिलेगा.

कैश की सिर्फ 1 लाइन

NHAI ने अपील की है कि सभी लोग 15 दिसंबर के पहले अपने वाहनों में FASTag लगवा लें, ताकि उन्हें टोल प्लाजा पर परेशानी का सामना न करना पड़े. 15 दिसंबर से केवल टोल प्लाजा पर एक ही लेन कैश वाली होगी, जिस पर लंबी कतार का सामना करना पड़ेगा.

होगी तेल की बचत
नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के 520 टोल प्लाजा पर 15 दिसंबर से फास्टैग शुरू हो जाएंगे. इन टोल नाकों से गुजरने वाले करीब 70 लाख वाहनों के रोजाना 3.50 लाख घंटे बचेंगे.  पूर देश में NHAI के 537 टोल नाके हैं. जिनमें से 520 चालू हैं. टोल प्लाजा पर फास्टैग शुरू होने से हर साल करीब 75,000 करोड़ रुपये का ईंधन बचेगा और बड़ी मात्रा में प्रदूषण में कमी आएगी.  
 
इस तरह करता है ये काम
आरएफआईडी (RFID) या रेडियो फ्रीक्वेंसी इन्फ्रारेड (radio frequency identification) डिवाइस, एक छोटी चिप या स्टीकर होता है जिसे आप अपनी गाड़ी के आगे वाले शीशे पर चिपका सकते हैं. इसी स्टीकर या चिप को फास्टैग (FASTag) कहते हैं.
 
 
 
फास्टैग से मिलेगी कई सुविधाएं
सरकार FASTag के दूसरे जगहों पर इस्तेमाल को भी व्‍यावहारिक बनाने पर सोच रही है. सरकार की योजना इसे पार्किंग, पेट्रोल भराने के लिए भी किया जाएगा. रोड एंड ट्रासपोर्ट मिनिस्‍ट्री ने Hyderabad एयरपोर्ट पर एक पायलट प्रॉजेक्ट शुरू किया है.
 
FASTag 2.0 की भी हो चुकी है तैयारी
FASTag 2.0 में सरकार चाहती है कि इससे पार्किंग, पेट्रोल पंप पर पेमेंट, ई-चालान जैसे काम आसानी से हो. परिवहन मंत्रालय के मुताबिक पायलट परियोजना की शुरुआत दो चरणों में हुई है. पहले, नियंत्रित रूप से पायलट आधार पर टेस्‍ट हुआ. इसमें केवल ICICI टैग का इस्‍तेमाल किया जाएगा. दूसरे चरण में FASTag का इस्‍तेमाल हैदराबाद एयरपोर्ट पर पार्किंग मकसद से होगा. इसमें अन्य बैंकों के टैग को भी रखा जाएगा.