टोल ऑपरेट ट्रांसफर यानी TOT प्लान के तहत देश में 566 किलोमीटर हाईवे का निर्माण होगा. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एनएचएआई के चेयरमैन नागेन्द्र सिन्हा ने कहा कि  सरकार वन नेशन वन टोल पर काम कर रही है. इसके तहत सभी राज्य हाइवे ई-टोलिंग के दायरे में आ जाएंगे. जी बिज़नेस से एक्सक्लूसिव बातचीत में नागेन्द्र सिन्हा ने कहा कि टीओटी के तहत इसकी अनुमानित लागत या कंसेशन वैल्यू करीब-करीब 5000 करोड़ रुपये होगी.

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सिन्हा का कहना है कि इसे हमने 30 साल के कंसेशन के लिए ऑफर किया है. इस पर 10 साल और 20 साल की अवधि पर हम इसमें देखेंगे कि  हमने जो ट्रैफिक प्रोजेक्ट किए हैं, उससे ज्यादा ट्रैफिक आ रही है और उस वेरिएशन के लिए कंसेशन पीरियड में कितना फेरबदल करना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि ये वैसे हाइवे हैं जहां पांच साल से ज्यादा की टोलिंग हो चुकी है. यहां पर टोलिंग अच्छी तरह से हो चुकी है. उनका कहना है कि इन हाइवे पर 14 से 24 प्रतिशत की ट्रैफिक ग्रोथ देखी गई है.

इनमें करीब-करीब आठ से दस साल तक काफी ज्यादा पैकेज में पहले ही एन्यूटी पार्टनर्स हैं, उनकी मेंटेनेंस  है. उन्होंने कहा कि ऐसे में हमें लगता है कि ये काफी अच्छी ऑफरिंग है. हमारे बिडर्स को इसमें भाग लेना चाहिए. 1 दिसंबर से सभी हाइवे पर इलेक्ट्रॉनिक टोलिंग शुरू होगी.