मुर्गियों का पेट खराब! अंडा खाने से पहले जरूर पढ़ें ये खबर, बिगड़ सकती है जेब की सेहत
इसके पीछे बड़ी वजह है कि मुर्गियों में हुई एक बीमारी. हरियाणा में आई इस मुसीबत के चलते मुर्गियां अब 10 से 15 दिन तक अंडा नहीं देंगी. इसके चलते सीजन के दौरान अंडे की कमी होने तय है.
संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे... लेकिन जरा संभल के. यूं तो सेहत के अंडा अच्छा बताया जाता है. लेकिन, महंगा अंडा आपके जेब की सेहत बिगाड़ सकता है. दरअसल, अंडा मंहगा होने लगा है. वजह सुनकर चौंक जाएंगे. मुर्गियों का पेट खराब हो गया है. अरे हां, मुर्गियों का भी पेट खराब होता है. यही वजह है कि अंडे के भाव 24 घंटे में तेजी से भागा है. हरियाणा की सबसे बड़ी मंडी में अंडा का दाम चढ़ गया है. इसका असर आपकी किराना की दुकान पर दिखेगा. अब जानते हैं कि आखिर पूरा माजरा क्या है, जिसकी वजह से अंडा खाना आपके लिए महंगा हो सकता है.
तेजी से चढ़ गया अंडे का भाव
अंडे का भाव (Egg Rate) 490 रुपए तक पहुंच गए हैं. अंडा बाजार (Egg Market) में दाम 5-10 रुपए ऊपर-नीचे होते रहते हैं, लेकिन पिछले 24 घंटे में भाव 60 से 65 रुपए प्रति सैकड़ा बढ़ गया है. इसके पीछे बड़ी वजह है कि मुर्गियों में हुई एक बीमारी. हरियाणा में आई इस मुसीबत के चलते मुर्गियां अब 10 से 15 दिन तक अंडा नहीं देंगी. इसके चलते सीजन के दौरान अंडे की कमी होने तय है. व्यापारियों के मानना है कि हाल ही में अंडे का भाव इस सीजन के सबसे निचले स्तर पर था. लेकिन पिछले दो दिन में अंडे के भाव बड़ी तेजी लौटी है. बुधवार को बरवाला मंडी में अंडे का दाम 485 और 490 रुपए प्रति सैकड़ा तक पहुंच गया. यह हाल सिर्फ हरियाणा का नहीं है. बल्कि, लखनऊ और वाराणसी में भी दाम 490 रुपए तक पहुंच गया.
मुर्गियां हुईं बीमार, नहीं देंगी अंडा
सूत्रों की मानें तो हरियाणा के बरवाला में मुर्गियों को रानीखेत (आरडी) की परेशानी हो गई है. आरडी के तहत मुर्गियों के पेट में तकलीफ हो जाती है. मुर्गियों का दिमाग (ब्रेन) प्रभावित होते ही शरीर का संतुलन लड़खड़ाता है. गर्दन लुढ़कने लगती है. ऐसे में मुर्गियों को लगातार दवाई दी जाती है. मुर्गियों को मोल्डिंग पर रखा जाता है. उन्हें दाना नहीं खिलाया जाता. खुराक के हिसाब से दाना नहीं मिलने पर मुर्गी अंडा भी नहीं देती है.
डॉक्टर्स क्या कहते हैं
मुर्गियों के डॉक्टर (विशेषज्ञ) कदम हेमचंद्र के मुताबिक, रानीखेत (आरडी) रोग बहुत से पक्षियों जैसे मुर्गी, टर्की, बत्तख, कोयल, तीतर, कबूतर, कौवे, गिनी में देखने को मिलता है, लेकिन यह रोग सबसे ज्यादा मुर्गियों को प्रभावित करता है. मुर्गियों में रानीखेत रोग किसी भी उम्र में हो सकता है. इसे न्यूकैसल रोग नाम से भी जानते है. इस रोग से मुर्गी पालकों को बहुत ही हानि होती है. इसकी वजह से मुर्गियां अंडा देना भी बंद कर देती हैं.
पोल्ट्री फार्म भी हुए अलर्ट
बरवाला मंडी से हर रोज एक से सवा करोड़ अंडा सप्लाई होता है. लेकिन, इसमें भी गिरावट आई है. क्योंकि, पोल्ट्री फार्म हाउस (Poultry farm House) में दूसरे फार्म के अंडे वाली गाड़ियों का आना-जाना बंद कर दिया है. अंडा लोड करने के लिए खाली गाड़ियां मंगाई जा रही हैं. एग ट्रेडर्स ऐसोसिएशन का कहना कि मुर्गियों को होने वाली आरडी एक सामान्य परेशानी है. यह परेशानी तो हर वक्त किसी न किसी फार्म में बनी रहती है. पूरे बरवाला के 300 से 350 पोल्ट्री फार्म में हैं. ऐसा नहीं कि सब जगह यह परेशानी है. रेट बढ़ने के पीछे दूसरी वजह भी हैं.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें