NEET UG Results Grace Marks: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने चार जून 2024 को नीट परीक्षा का रिजल्ट जारी किया था. इसके बाद 1500 से अधिक कैंडिडेट्स को ग्रेस मार्क्स देने पर काफी विवाद हो रहा है. अब एनटीए के डीजी सुबोध सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि  शिक्षा मंत्रालय ने ‘नीट-यूजी’ में ग्रेस मार्क्स हासिल करने वाले 1,500 से अधिक कैंडिडेट्स के रिजल्ट्स की दोबारा जांच करने के लिए समिति गठित की है. ये कमेटी एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट सौंपेगी.

NEET UG Results Grace Marks: UPSC के पूर्व अध्यक्ष की अध्क्षता में बनेगी कमेटी, एक हफ्ते में देगी सिफारिश  

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महानिदेशक सुबोध सिंह ने बताया, 'यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष की अध्यक्षता वाली समिति एक हफ्ते में अपनी सिफारिश देगी और इन कैंडिडेट्स के रिजल्ट्स संशोधित किए जा सकते हैं.” उन्होंने कहा, “ग्रेस मार्क्स दिए जाने से परीक्षा के योग्यता मानदंड पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है और प्रभावित अभ्यर्थियों के रिजल्ट्स की समीक्षा से प्रवेश प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा.” नीट के कई कैंडिडेट्स ने आरोप लगाया है कि अंकों को बढ़ाया गया है जिस वजह से 67 अभ्यर्थियों को पहला स्थान मिला है और इनमें से पांच एक ही केंद्र के हैं. 

NEET UG Results Grace Marks: सीसीटीवी के डीटेल्स का किया है अवलोकन, दिया जाना चाहिए मुआवजा

NEET मुद्दे पर उच्च शिक्षा सचिव के.संजय मूर्ति ने कहा, 'हमारी कमेटी ने बैठक की और उन्होंने सेंटर और सीसीटीवी के सभी डीटेल्स का अवलोकन किया है. उन्होंने पाया कि कुछ केंद्रों पर समय की बर्बादी हुई और छात्रों को इसके लिए मुआवजा दिया जाना चाहिए. समिति ने सोचा कि वे शिकायतों को दूर कर सकते हैं और छात्रों को मुआवजा दे सकते हैं. इसलिए कुछ छात्रों के अंक बढ़ाए गए. इसके कारण, कुछ छात्रों की चिंताएं सामने आईं क्योंकि कुछ उम्मीदवारों को 718 और 719 अंक मिले और 6 उम्मीदवार टॉपर बन गए.' 

NEET UG Results Grace Marks: नहीं हुआ कोई पेपर लीक, पारदर्शी रहा है परीक्षा प्रक्रिया

उच्च शिक्षा सचिव के.संजय मूर्ति ने कहा, 'हमने सभी चीजों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया और परिणाम जारी किए. 4750 केंद्रों में से, यह समस्या 6 केंद्रों तक सीमित थी. और 24 लाख छात्रों में से केवल 1600 छात्रों को इस समस्या का सामना करना पड़ा. पूरे देश में इस परीक्षा की शुचिता से समझौता नहीं किया गया. कोई पेपर लीक नहीं हुआ. पूरी परीक्षा प्रक्रिया बहुत पारदर्शी रही है.' एनटीए ने किसी भी अनियमितता का खंडन करते हुए कहा है कि NCERT पाठ्य पुस्तकों में बदलाव तथा परीक्षा केंद्र में समय खराब के लिए दिए गए ग्रेस मार्क्स स्टूडेंट्स के अधिक अंक आने की वजह हैं.