प्रधानमंत्री की अपील पर मिट्टी के दीए और मोमबत्ती की बिक्री में आई तेजी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देशवासियों से अपील की थी कि वे 5 अप्रैल, रविवार की रात अपने घरों के बाहर दीए और मोमबत्ती जलाएं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) के आह्वान पर देशवासी आज रात 9 बजे 9 मिनट के लिए अपने घरों की बत्तियां बंद करेंगे और दीए, मोमबत्ती जलाकर या मोबाइल फ्लैश की लाइट के जरिए कोरोना वायरस (fight against COVID19) को हराने के लिए सामूहिक शक्ति का परिचय देंगे.
प्रधानमंत्री की अपील का असर अभी से साफ देखने को मिल रहा है. पिछले दो दिनों में मिट्टी के दिए (Mitti ke diye) और मोमबत्तियों की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है. हालांकि यह सीजन मिट्टी के दीए (Earthen lamps) बिकने का नहीं है, फिर भी लोग जरूरी सामान के साथ मोमबत्ती और मिट्टी के दिए खरीद रहे हैं.
लॉकडाउन (Lockdown) में जहां लोगों के काम-धंधे ठप हैं, आमदनी के जरिए लगभग खत्म हो गए हैं, ऐसे में दिए बनाने वालों के लिए प्रधानमंत्री की अपील बड़े ही काम की साबित हो रही है. दिल्ली के गांधी नगर में मिट्टी के बर्तन बेचने वाले अनिल कुमार ने बताया कि पिछले दो दिनों से लोग उनके पास दिए खरीदने के लिए आ रहे हैं.
अनिल ने बताया कि अभी गर्मी भी शुरू नहीं हुई हैं, जिससे उनके घड़े या सुराही बिकने शुरू नहीं हुए हैं. नवरात्री में अगर थोड़ा-बहुत काम भी चलता तो लॉकडाउन के चलते पिट गया. लेकिन रविवार को दिए जलाने की प्रधानमंत्री की अपील मिट्टी के बर्तनों की काम करने वाले परिवारों के राहत लेकर आई है.
दिल्ली ही नहीं देश के अलग-अलग कोनों से मिट्टी के दीपक और मोमबत्ती बिकने की खबरें आ रही हैं. बिहार के पटना से भी मिट्टी के दीए बिकने की खबरें आ रही हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देशवासियों से अपील की थी कि वे 5 अप्रैल, रविवार की रात अपने घरों के बाहर दीए और मोमबत्ती जलाएं. उन्होंने कहा था, ' रात 9 बजे, घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं और उस समय यदि घर की सभी लाइटें बंद करेंगे, चारों तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा, तब प्रकाश की उस महाशक्ति का एहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं, ये उजागर होगा.'
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इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने 22 मार्च, रविवार को जनता कर्फ्यू (Janata Curfew) के समय शाम 5 बजे लोगों से थाली, बर्तन बजाने की अपील की थी. प्रधानमंत्री ने इस तरह से महामारी से समय स्वास्थ्य सेवाएं और जरूरी सामान मुहैया करा रहे लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने की बात कही थी.