हल्की बारिश से भी नहीं सुधरे प्रदूषण के हालात, दिल्ली में अब भी AQI Severe कैटेगरी में
दिल्ली में सोमवार को हल्की बारिश होने के बावजूद दिल्ली में प्रदूषण के हालात नहीं बदले हैं. राजधानी में तमाम जगहों पर अब भी एक्यूआई 400 के पार बना हुआ है.
देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार की सुबह हल्की बारिश हुई. ऐसे में लोगों को उम्मीद थी कि शायद बारिश से हवा की क्वालिटी थोड़ी बेहतर हो जाए, लेकिन ये बारिश भी प्रदूषण के हालात को नहीं सुधार पाई. हवा की गुणवत्ता मंगलवार को भी 'गंभीर' स्तर पर बनी रही. सुबह 7 बजे हल्की बारिश के बावजूद हवा का औसत एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 401 रहा.
यहां की हवा सबसे जहरीली
दिल्ली में सबसे खराब हवा की गुणवत्ता बवाना स्टेशन पर रही, जहां एक्यूआई 455 दर्ज किया गया. वहीं, इहबास दिलशाद गार्डन स्टेशन पर सबसे कम एक्यूआई 222 रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है. रोहिणी (451), आनंद विहार (442), और पंजाबी बाग (431) जैसे इलाकों में भी एयर क्वालिटी ‘गंभीर’ रही. शादीपुर में एक्यूआई 360 रहा, जो ‘बहुत खराब' श्रेणी में आता है.
बारिश ने बढ़ाई सर्दी
वहीं, दिल्ली में हल्की बारिश और तापमान में गिरावट के कारण सर्दी और बढ़ गई है. सुबह 5:30 बजे न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और साथ ही हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना जताई है. मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में अधिकतम तापमान 20 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है.कुछ इलाकों में घना कोहरा था, जिससे लोगों को देखने में काफी परेशानी हुई.
प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए दिल्ली में लागू है GRAP-4
बता दें कि 16 दिसंबर से पूरे एनसीआर में GRAP-4 के चरण 4 के तहत कड़े उपायों को लागू किया गया, लेकिन इसके बावजूद हवा की गुणवत्ता बहुत खराब बनी हुई है. ग्रैप के इस चरण के उपाय प्रदूषण को कम करने के लिए सबसे सख्त होते हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, अगर एक्यूआई 401 से 450 के बीच होता है, तो उसे ‘गंभीर’ माना जाता है 450 से ऊपर होने पर उसे 'अति गंभीर' श्रेणी में रखा जाता है. प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन की शिकायत की. घने कोहरे और जहरीली हवा के कारण दिल्ली के लोगों के लिए जिंदगी मुश्किल हो गई है और कई लोग इस समस्या का हल निकालने के लिए कड़े और प्रभावी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.