Air Quality: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार खराब होता जा रहा है. स्मॉग की वजह से लोगों कई तरह की परेशानी हो रही है. दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत खराब लेवल पर पहुंच चुका है. नोएडा  में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई)  349 'बहुत खराब' श्रेणी में, हरियाणा के गुरुग्राम में AQI 304  'बहुत खराब' श्रेणी में है.वहीं दिल्ली का औसत AQI 339, गाजियाबाद में 296 और फरीदाबाद में AQI 314 है.

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प्रदूषण की वजह से स्कूल बंद दिल्ली की खराब हवा के चलते लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं हो रही हैं. दिल्ली की हवा खराब होने के चलते ही GRAP-4 लागू कर दिया गया है.दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक लेवल पर पहुंच चुका है. जिसे देखते हुए नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद के सभी स्कूलों को 8 नवंबर तक बंद कर दिया गया है. इसके अलावा अब नोएडा से दिल्ली आने वाली कुछ गाड़ियों की दिल्ली एंट्री पर बैन लगा दिया गया है.

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पुलिस ने जारी की एडवाइजरी नोएडा ट्रैफिक पुलिस (Noida Traffic Police) ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि नोएडा-दिल्ली बॉर्डर से उन ट्रकों को दिल्ली में एंट्री नहीं दी जाएगी जो गैर-जरूरी हैं. इसके साथ ही एडवाइजरी में कहा गया है कि चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी और कालिंदी कुंज बॉर्डर से गैर-जरूरी ट्रकों को एंट्री नहीं दी जाएगी. इन गाड़ियों को डाइवर्ट प्लान दिया जाएगा, ताकि वे दिल्ली से बाहर से ही निकल जाएं. गैर-जरूरी ट्रकों के अलावा, BS3 (पेट्रोल) और BS-4 (डीजल वाले) हल्के चार पहिया वाहनों को भी दिल्ली में एंट्री नहीं दी जाएगी. सीएनजी या इलेक्ट्रिक गाड़ियों के साथ-साथ ज़रूरी सेवाओं वाली गाड़ियों पर कोई रोक नहीं होगी.

मदद के लिए जारी किया फोन नंबर एडवाइजरी के मुताबिक, डीजल से चलने वाले माल वाहक वाहनों और भारी गाड़ियों की एंट्री पर बैन है.इस तरह की गाड़ियां यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल कर सकती हैं. किसी भी तरह की असुविधा होने पर 9971009001 पर फोन करके ट्रैफिक पुलिस से मदद भी ली जा सकती है. वायु प्रदूषण का सेहत पर असर वायु प्रदूषण (Air pollution) से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. इससे  क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस की समस्या, अस्थमा का अटैक, फेफड़ों का कैंसर, फेफड़े में सूजन और जलन, निमोनिया, बच्चों में बर्थ  डिफेक्ट, दिल की बीमारी, ल्यूकेमिया, आंखों में जलन,गले में खराश या दर्द हो सकता है. दूषित हवा से अगर आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो आप भाप ले सकते हैं. कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी जीरो से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.