Delhi Air Pollution: दिल्ली में खराब हवा से लोग परेशान! NCR में 300 के पार पहुंचा AQI
Delhi Air Quality Index: दिल्ली की हवा लगातार खराब होते जा रही है. पूरे NCR में AQI 300 के पार हो चुका है. दिल्ली का ओवरऑल AQI बढ़त के साथ 322 दर्ज किया गया, जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है.
Delhi Air Quality Index: दिल्ली की हवा लगातार खराब होते जा रही है. पूरे NCR में AQI 300 के पार हो चुका है. दिल्ली का ओवरऑल AQI 322 दर्ज किया गया, जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है. रविवार को दिल्ली का AQI 309 दर्ज किया गया है.
नोएडा का AQI 324 किया गया दर्ज
नोएडा में प्रदूषण स्तर बहुत खराब श्रेणी में है. यहां का AQI 324 दर्ज किया गया. गुरुग्राम में भी आज AQI 314 दर्ज किया गया. जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है. दिल्ली के कई इलाकों में AQI 300 के पार हो चुका है. दिल्ली यूनिवर्सिटी क्षेत्र में AQI 354 दर्ज हुआ है. एयरपोर्ट टी3 पर AQI 342 बहुत खराब श्रेणी में, लोधी रोड AQI 311 बहुत खराब श्रेणी में, IIT दिल्ली क्षेत्र में AQI 314 बहुत खराब श्रेणी में, मथुरा रोड AQI 334 जोकि बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया.SAFAR के पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार को शहर की एयर क्वालिटी और खराब होकर बहुत खराब श्रेणी में आ जाएगी, जिसमें पीएम 2.5 329 पर पहुंच जाएगा और पीएम 254 पर 'खराब श्रेणी' में आ जाएगी. गुरुग्राम का एक्यूआई 314 पर, बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई. इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. हालांकि, अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है.
ये है दिल्ली के आसपास के इलाके का AQI
गाजियाबाद-301 नई दिल्ली-299 रोहतक-296 फ़रीदाबाद-280 नोएडा-268 भिवानी-264 सोनीपत-261 इन शहरों में है सबसे कम पॉल्यूशन आइजोल-20 सोपुर-21 गंगटोक-25 बिष्णुपुर-27 बारामुला-29 हंदवाड़ा-29 कुलगाम-30 सिलचर-31 काकचिंग-29 इंफाल-33 कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी जीरो से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. एयर पॉल्यूशन से हो सकती है कई बीमारियां एयर पॉल्यूशन से कई तरह की बीमारियों के होने का खतरा होता है. इससे लंग्स से लेकर हार्ट डिजीज तक हो सकते हैं. बच्चों और बुजुर्गों में अस्थमा और कई सांस संबंधित दूसरी बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा होता है.पॉल्यूशन की वजह से ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों के फंक्शन के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं. ऐसे मौसम में अपने घरों में धुएं वाली चीजें कम जलाएं और घर से निकलने से पहले मास्क जरूर लगाएं.