VIDEO: 'जहरीला सेब' कैसे बना 'लव एप्पल', टमाटर की ये कहानी शायद ही सुनी होगी
Current rate of Tomato in India: हम आपको लेकर चल रहे हैं टमाटर की जर्नी पर. जहां जानेंगे क्यों कभी टमाटर को जहर माना गया तो क्यों कभी इन्हें लव यानी प्यार के साथ जोड़ा गया.
माना ये जाता है कि इसकी खेती 500 ईसा पूर्व में शुरू हुई थी.
माना ये जाता है कि इसकी खेती 500 ईसा पूर्व में शुरू हुई थी.
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टमाटर... जिसके भाव इतने बड़े कि आम-आदमी की जेब ढीली हो गई. ये फल है या सब्जी?… इस सवाल में आज भी बहस छेड़ने का पूरा दम है. लेकिन, क्या आपको पता है एक समय ऐसा भी था… जब इन लाल- लाल टमाटरों को ‘जहरीला सेब’ भी कहा जाता था…फिर एक दौर ऐसा भी आया जब इन्हें प्यार से जोड़कर ‘लव एप्पल’ कहा गया.
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हम आपको लेकर चल रहे हैं टमाटर की जर्नी पर. जहां जानेंगे क्यों कभी टमाटर को जहर माना गया तो क्यों कभी इन्हें लव यानी प्यार के साथ जोड़ा गया.
टमाटर सबसे पहले कहां पैदा हुआ?
ये सवाल आज भी एक गुत्थी है. माना ये जाता है कि इसकी खेती 500 ईसा पूर्व में शुरू हुई थी. और दक्षिण अमेरिका में इसे लोगों ने खाना शुरू किया. फिर आया साल - 1493. अमेरिका की धरती पर क्रिस्टोफर कोलंबस पहुंचे और वापसी में अपने साथ यूरोप के लिए टमाटर ले गए.
ये वो समय था जब टमाटर लाल नहीं बल्कि पीले रंग का होता था और इसे सब्जियों की नहीं बल्कि फलों की श्रेणी में गिना जाता था. लेकिन 17वीं सदी में कुछ ऐसा हुआ जिसने सबके होश उड़ा दिए. वजह थी- टमाटर खाने से होने वाली मौत. इसे ऐसे समझिए…
इंग्लैंड के लोग जस्ते की प्लेट में खाना खाते थे. जस्ते में लेड होता है और दूसरी तरफ टमाटर एसिडिक होता है. जैसे ही टमाटर को कोई जस्ते की प्लेट में डालता वो लेड absorb कर लेता. और जहर बन जाता.
बात यहीं नहीं रुकी और गरीबों तक पहुंची. दरअसल, इंग्लैंड में मौजूद गरीब लकड़ी की प्लेट में खाना खाते थे. और इसीलिए उन्हें किसी भी तरह की.. कोई भी परेशानी नहीं हो रही थी. यही वजह रही कि लंबे अरसे तक गरीबों ने टमाटर खाए जिसके चलते इन्हें “गरीबों का खाना” भी कहा जाने लगा.
पहली बार बाजार में आया टमाटर का सूप
जब टमाटर वापस फेमस हुए तो अपने असली स्वरूप के लिए नहीं, बल्कि बदले हुए स्वरूप यानी सूप के लिए फेमस हुए. 1897 में एक अमेरिकी कारोबारी जोसेफ कैम्पबेल ने पहली बार टमाटर का सूप बनाकर बाजार में उतारा था. ये सूप और जोसेफ बेशुमार फेमस हुए, इतने की जोसेफ को ‘सूप किंग’ के नाम से जाना जाने लगा.
इतिहासकारों की मानें तो भारत में टमाटर 16वीं सदी में portugal लाए थे. उस वक्त भारत में इसे ‘विदेशी बैगन’ कहा गया. बाद में हमारे यहां इसके पुुराने नाम टोमोटे बदल कर टमाटर हो गया. उस वक्त भारत में इसे ‘विदेशी बैंगन’ कहा गया. लेकिन, चूंकि इसका पुराना नाम टोमोटे है, इसलिए यही नाम टमाटर में बदल गया.
चीन करता है सबसे ज्यादा प्रोडक्शन
आज दुनिया भर में टमाटर की 15 से ज्यादा variety है. दुनिया में इसका सबसे ज्यादा प्रोडक्शन चीन करता है और इसके बाद नंबर आता है इंडिया का. UN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में दुनिया में लगभग 19 करोड़ टमाटरों का प्रोडक्शन हुआ था. इनमें से 6.7 करोड़ टन चाइना और 2 करोड़ टना भारत में प्रोड्यूस हुए थे.
जाते - जाते एक खास बात क्या आपको पता है टमाटर को लव एप्पल के नाम से भी जाना जाता है. सबसे पहले फ्रांस के नागरिकों ने टमाटर को ‘लव एप्पल’ नाम दिया. उनका मानना था कि इसे खाने से सेक्सुअल पावर बढ़ती है. इस एक्सप्लेनर में इतना ही…फिर होगी मुलाकात और भी ऐसे ही वीडियोज के लिए जुड़े रहिए Zee Business.com पर.
05:49 PM IST