दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) से निपटने के लिए दक्षिण कोरिया (South Korea) की तर्ज पर '5-टी' फार्मूला (5-T Formula) तैयार किया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने इस फार्मूले के बारे में मीडिया को बताया कि उन्होंने 5-टी फार्मूले में टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट, टीमवर्क और ट्रैकिंग एंड मॉनिटरिंग को शामिल किया है.

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दिल्ली में अभी तक कोरोना के 525 मरीज सामने आए हैं. इनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. 

मुख्यमंत्री ने बताया कि वह अन्य राज्यों और अन्य देशों से सीख कर इस महामारी को मात देने की रणनीति तैयार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने साउथ कोरिया की तर्ज पर काम करने का फार्मूला तैयार किया है.

मुख्यमंत्री ने बताया कि साउथ कोरिया में एक-एक आदमी की जांच करके कोरोना के मरीजों का पता लगाया और उनका इलाज किया गया था. 

यहां हम दिल्ली सरकार के '5-टी' फार्मूले के बारे में विस्तार से बता रहे हैं कि इन 'पांच-टी' में किन-किन बातों को शामिल किया गया है. 

1-टेस्टिंग- 50,000 लोगों की जांच शुरू की जा चुकी है. 1 लाख लोगों की रेपिड टेस्टिंग के आदेश जारी कर दिए गए हैं. रेपिड टेस्ट के बाद कोरोना के हॉट स्पॉट इलाकों में रेपिड टेस्टिंग ज्यादा करवाएंगे. 

2- ट्रेसिंग- कोरोना मरीज का पता लगाने के बाद उसके संपर्क में आए सभी लोगों का पता लगाया जाएगा. इन सभी लोगों को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया जाएगा. ये लोग 14 दिनों घर में रह रहे हैं या नहीं, यह पता करने के लिए पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी गई है. पुलिस को अभी तक 27,702 लोगों के फोन नंबर दिए जा चुके हैं. उनके फोन को ट्रेस करके उनकी गतिविधियों के बारे में पता लगाया जा रहा है.

3- ट्रीटमेंट- बीमार व्यक्ति के इलाज पर फोकस किया जा रहा है. मरीजों की संख्या के आधार पर रणनीति तैयार की जा रही है. दिल्ली में 30,000 कोरोना मरीजों के इलाज की तैयारी की जा चुकी है. 12,000 होटल के कमरों को भी भविष्य के लिए चिन्हित किया जा चुका है. 

अभी तक 525 कोरोना मरीज आए हैं. दिल्ली में 3,000 बिस्तरों की क्षमता तैयार की जा चुकी है. एलएनजेपी, जीपी पंत हॉस्पिटल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को पूरी तरह से कोविड हॉस्पिटल घोषित किया जा चुका है. कई प्राइवेट हॉस्पिटल में भी यह सुविधा दी गई है.  

 

4- टीम वर्क- कोरोना वायरस को कोई अकेले दम पर मात नहीं दे सकता है. इसे केवल टीम वर्क के आधार पर ही खत्म किया जा सकता है. सभी राज्य और केंद्र सरकार मिलकर इस महामारी का सामना कर रही हैं. दिल्ली सरकार का फोकस डॉक्टर और नर्स की सेहत और उनके परिवार की सुरक्षा पर है. सभी लोगों को मिलकर दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं. सामाजिक संगठन जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं. 

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5- ट्रैकिंग और मॉनिटरिंग- दिल्ली के अंदर कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए सभी व्यवस्थाओं की 24 घंटे निगरानी की जा रही है. खुद मुख्यमंत्री सभी व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे हैं.