कोरोना वायरस (Covid-19) का खौफ दुनियाभर को डरा चुका है. कई देशों में वायरस फैलने में तेजी आई है. पिछले कुछ दिनों में अमेरिका और ईटली में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. वहीं, भारत में इसके मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. जानलेवा वायरस के फैलने के पीछे कई वजह हैं और कई तरह के नए कयास लगाए जा रहे हैं. WHO लगातार कोरोना वायरस से जुड़े भ्रम और वास्तविकता को सामना लाता रहा है. हाल ही में सोशल मीडिया के जरिए कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर नया दावा किया गया. इसमें कहा गया कि कोरोना वायरस हवा में फैल रहा है. इसकी वजह से आने वाले दिनों में तेजी से संक्रमण की संभावनाएं बढ़ेंगी. 

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हवा से नहीं फैलता वायरस

वायरस के हवा में फैलने की बात कितनी सच है या कितनी झूठ, इसे लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने जानकारी शेयर की है. WHO पहले भी कई बातों को सिरे से खारिज कर चुका है. इस बार WHO ने ट्वीट करके लिखा- कोरोना वायरस सिर्फ सरफेस या ड्रॉपलेट के जरिए ही एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है. एक इंसान के दूसरे इंसान के संपर्क में ही आने पर संक्रमण का खतरा बढ़ता है.

कैसे संक्रमित हो सकता है स्वस्थ्य व्यक्ति

संक्रमित व्यक्ति के ड्रॉपलेट्स के संपर्क में आने के बाद ही दूसरी व्यक्ति जो स्वस्थ्य है, वो संक्रमित हो सकता है. संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या मास्क पहनकर बात न करने के वक्त हो सकता है. इसलिए उचित दूरी बनाए रखनी चाहिए. महामारी के फैलने का दूसरा कारण सरफेस है. इसके जरिए भी संक्रमण जल्दी फैलता है. खांसते या छींकते वक्त रोगी के ड्रॉपलेट्स अगर किसी जगह पर गिर जाएं और स्वस्थ्य व्यक्ति उसके संपर्क में आ जाए तो भी वह संक्रमित हो सकता है.

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कोरोना वायरस से बचने का क्या है सही तरीका

1. संक्रमित व्यक्ति से करीब 1 मीटर की निश्चित दूरी बनाकर रखें.

2. किसी भी चीज को छूने के बाद साबुन या सैनिटाइजर से अच्छी तरह हाथ धोएं.

3. किसी से हाथ मिलाने या किसी चीज को छूने के बाद आंख मुंह या नाक पर हाथ न लगाएं.

4. खतरा टलने तक घर में लॉकडाउन रहें और किसी भी बाहरी व्यक्ति से न मिलें.