कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकार ने तमाम पर्यटक स्थल, संग्राहलयों, स्कूल-कॉलेजों को बंद अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया है. इस कड़ी में धार्मिक स्थलों को भी बंद किया जा रहा है. कल बुधवार को श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा बंद कर दी गई. माता वैष्णो देवी की यात्रा के बाद अब ओडिशा स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर के पट भी बंद करने का फैसला किया गया है. यह मंदिर 31 मार्च तक बंद रहेगा.

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मंदिर के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने बताया कि मंदिर के पुजारियों एवं सेवकों को मंदिर में पूजा करने की अनुमति होगी. मंदिर के अंदर पूजा अनुष्ठान जारी रहेंगे. इन अनुष्ठानों को करने के लिए पुजारियों को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी.

श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंधक समिति के सदस्य रामचंद्र दसमहापात्र ने कहा कि मंदिर में पूजा-अनुष्ठान करने और अन्य रस्मी कार्यक्रम करने के तौर-तरीकों पर चर्चा के लिए एक बैठक की जाएगी.

उन्होंने मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाने के बारे में कहा कि ऐसा पिछले लंबे समय में संभवत: पहली बार हुआ है. जिला प्रशासन ने पर्यटकों को पुरी में दो दिन में होटल खाली करने और यहां नहीं आने की सलाह दी है. 

वैष्णो देवी यात्रा भी रोकी

मंगलवार को वैष्णो देवी धाम स्थित अर्द्धकुंवारी प्राकृतिक गुफा को बंद कर दिया गया था. इसके साथ ही वैष्णों देवी तक आने-जाने वाली सभी राज्यों की बसों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है. इससे पहले वैष्णो देवी (Vaishno Devi) तीर्थ का प्रबंधन करने वाले श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने रविवार को परामर्श जारी कर प्रवासी भारतीयों और विदेशियों को भारत आने के 28 दिन बाद तक मंदिर नहीं आने को कहा था. 

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सिद्धविनायक भी बंद

सोमवार रात को मुंबई स्थित सिद्धिविनायक मंदिर को भक्‍तों के लिए अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया था. कोरोना वायरस का संक्रमण होने की आशंका के कारण मंदिर में भक्तों के दर्शन पर रोक लगा दी गई है. 

शिरडी साई पर भी पहरा

महाराष्ट्र के शिरडी साई मंदिर को भी मंगलवार से श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया. सरकार का आदेश आने तक मंदिर बंद रहेगा. मगर साई मंदिर में रोज की तरह पूजा और आरती होती रहेंगी. यह जानकारी श्री साईबाबा संस्थान (शिरडी) ने दी है.